खत्म हुआ सालों का इंतजार, पाक विस्थापितों को मिली भारतीय नागरिकता, लगाए भारत माता की जय के नारे

82 वर्षीय बुजुर्ग से लेकर 14 साल की बालिका बनी इंडियन

Update: 2023-07-05 14:11 GMT

जयपुर। जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में बुधवार को 82 वर्षीय नानक राम की आंखें उस वक्त छलक आईं, जब कई सालों के इंतजार के बाद उन्हें भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने 14 पाकिस्तानी विस्थापितों को नागरिकता प्रमाण-पत्र सौंपे। सती बाई के साथ ही कमल कुमार (52), सुनीता बाई (52), महेश कुमार (51), सती बाई (71), मीना (45), हेमलता (45), नख्ता राम (65), पृथ्वीराज (41) और 63 वर्षीय साईबी देवी को भी भारतीय नागरिकता प्रमाण-पत्र की सौगात मिली।

सर्टिफिकेट पाने के बाद सभी ने एकजुट होकर 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम्' का उद्घोष किया। इस मौके पर महेश कुमार ने कहा कि आज कई सालों का लंबा इंतजार खत्म हुआ है और आज हम फक्र के साथ कह सकते हैं कि हम भारतीय हैं। वहीं, पृथ्वीराज ने कहा कि घर कि आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। नागरिकता का प्रमाण नहीं होने के कारण सरकारी योजनाओं का लाभ भी उन्हें नहीं मिल पा रहा था लेकिन अब भारतीय नागरिकता मिलने के बाद ना केवल उन्हें पहचान मिली है बल्कि अब सरकारी योजनाओं की मदद से वे अपने परिवार का भरण-पोषण बेहतर तरीके से कर पाएंगे।

कलेक्टर ने दी शुभकामना - 

इस मौके पर जिला कलेक्टर ने भारतीय नागरिकता हासिल करने वाले सभी पाकिस्तानी विस्थापितों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन नागरिकता के आवेदनों पर प्राथमिकता से नियमानुसार कार्यवाही कर प्रमाण पत्र जारी करता है ताकि आवेदक को किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।

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