नहीं थम रहा पुलिसकर्मियों की आत्महत्या का सिलसिला
राजस्थान में दो माह में छह पुलिसकर्मी दे चुके जान
जयपुर। राजस्थान के सीकर जिले में एक बार फिर एक पुलिसकर्मियों ने आत्महत्या कर ली है। इस प्रकार प्रदेश में अब तक छह पुलिसकर्मी आत्महत्या को अंजाम दे चुके हैं। रविवार को सीकर के डोढ थाना में सिपाही योगिन्द्र सिंह का शव पानी के टैंक में तैरता मिला। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस फौरन घटनास्थल पर पहुँची। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहाँ मृत घोषित कर दिया गया।
सीकर जिला पुलिस के मुताबिक, सिपाही योगिन्द्र सिंह पिछले दो दिन से लापता थे। उनका अवसाद का इलाज चल रहा था। वे पिछले 5-6 महीने से चिकित्सा छुट्टी पर थे। छुट्टी पर जाने से पहले योगेंद्र की पोस्टिंग भनक्रोटा पुलिस थाने में थी। वह पिछले 6 साल से ड्यूटी में थे।
गौरतलब है कि राजस्थान में पुलिसकर्मियों की मौत को लेकर चिंता व्याप्त है। पुलिस के आला अधिकारी भी हैश्रत में हैं कि आखिर क्यों पुलिसकर्मी आत्महत्या कर रहे हैं? पिछले दो महीने के समय में 6 पुलिसकर्मी अपनी जान ले चुके हैं। ऐसे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इन घटनाओं को लेकर चिंता है। क्योंकि अभी तक किसी मामले में आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है। पुलिस अलग-अलग कोणों से इन मामलों की तहकीकात कर रही है।
जानकारी हो कि 23 मई को सबसे पहले थानाअध्यक्ष विष्णुदत्त बिश्नोई की आत्महत्या का मामला सामने आया था। वे अपने कमरे के पंखे से टंगे मिले थे। बिश्नोई मामले में कांग्रेस नेता व विधायक कृष्णा पूनिया पर भी सवाल उठे थे। 26 मई को श्रीगंगानगर में गार्ड कमांडर जसविंदर सिंह ने ड्यूटी के दौरान सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। वहीं 30 मई को दौसा में मुख्य सिपाही गिरिराजसिंह ने अपने कमरे में फाँसी लगा ली। 31 मई को जयपुर जिला पुलिस के जवान सुरेश यादव ने पुलिस लाइन के पानी टैंक के पास फंदे पर लटक कर जान देने की कोशिश की। इसके बाद 31 मई को ही जैसलमेर के पोकरण में सिपाही मायाराम मीणा ने होटल में खुदकुशी कर ली।