मुख्यमंत्री गहलोत ने पेश किया पेपरलेस बजट, चार दिवंगत विधायकों के नाम खुलेंगे स्कूल

Update: 2021-02-24 06:45 GMT

जयपुर। राज्य विधानसभा में आज  मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अशोक गहलोत 2021-22 का बजट पेश किया।  उन्होंने बजट भाषण की शुरुआत कोरोना से की। उन्होंने कहा कि कोरोना में हमारा एक वर्ष सबके लिए कठिन रहा है। मुश्किल दौर था। कोरोना की शुरुआत से ही निरंतर मॉनिटरिंग की गई। कुशल प्रबंधन किया गया। इसकी प्रशंसा पूरे देश में हुई है।

उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं वीसी से राजनीतिक दलों, विधायकों, मीडिया बंधुओं, धर्म गुरुओं आदि से 109 बार संपर्क किया। कोई कमी नहीं रह जाए, इसके कारण कोरोना नियंत्रण के मानकों में राज्य बेहतर स्थिति में रहा है। कोविड जांच भी सुनिश्चित की गई। मानव धर्म निभाते हुए हमारा संकल्प था कि कोई भूखा न सोए। ऐसा हम संकल्प पूरा कर पाए। कोरोना कम हुआ, लेकिन खत्म नहीं हुआ। थड़ी ठेले लगाने वाले व छोटे व्यापारियों पर संकट कम नहीं हुआ है। उन्होंने विशेष कोविड पैकेज की घोषणा करते हुए आगामी वर्ष में अंतिम किश्त के रूप में ऐसे परिवारों को 1000 रुपए प्रत्येक के लिए देने का ऐलान किया।

5 लाख रुपए प्रति स्टार्टअप - 

बजट में इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड की घोषणा की गई। इसमें पांच लाख को ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा। लघु उद्यमियों को 50 करोड़ रुपए की ब्याज सब्सिडी दी जाएगी। पांच लाख रुपए प्रति स्टार्टअप सहायता दी जाएगी। विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री सहित कई सुविधाओं की घोषणा। पाठ्यपुस्तक व स्कूल यूनिफॉर्म निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। गहलोत ने कहा कि कार्य परिश्रम से ही सफल होते हैं, इसी भावना से हमारी सरकार ने काम किया है। हमने दो साल में जनघोषणा के आधे से अधिक वादे पूरे किए हैं। अब आगे भी करेंगे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में हमारे नवाचारों को आगे बढ़ाएंगे। सभी को स्वास्थ्य का अधिकार प्रदान करने के लिए राज्य हैल्थ बिल भी लाया जाएगा। देश में अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।

कैशलेस इलाज -

उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष से हम 3500 करोड़ रुपए की लागत से यूनिवर्सल हैल्थ योजना लागू करेंगे। राज्य के प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपए की चिकित्सा बीमा योजना का लाभ मिलेगा। इसके तहत कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। राजस्थान के प्रत्येक जिलों में यानी शेष 25 जिलों में नर्सिंग महाविघालय खोले जाएंगे। पब्लिक हैल्थ को देखते हुए सभी संभाग मुख्यालयों पर पब्लिक हैल्थ कॉलेज खोले जाएंगे। जांचों की संख्या पीएचसी में 15 से बढ़ाकर 61, जिला अस्पतालों में 133 जांचें मुफ्त होंगी।

नए चिकित्सालय खुलेंगे -

महात्मा गांधी अस्पताल व सीकर में नए चिकित्सालय खुलेंगे। पाली अस्पताल, चूरू, बाड़मेर में चिकित्सालय भवन बनेंगे। जोधपुर में नई डायग्नोस्टिक विंग बनेगी। जयपुर के गणगौरी अस्पताल में भी नई विंग बनेगी। प्रदेश में बाड़मेर, दातारामगढ़, सीकर, शिवाना-बाड़मेर, सपोटरा, कटोरी हिंडौन, करौली सहित 30 नए पीएचसी खोले जाएंगे। 50 अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को क्रमोन्नत किया जाएगा। कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे। शाहपुरा जयपुर व फतेहपुर के उपजिला अस्पतालों को क्रमोन्नत किया जाएगा। अजमेर में राजस्थान आयुष अनुसंधान केंद्र खोला जाएागा। मेडिकल कॉलेज जोधपुर में गठिया रोग के लिए विभाग व बच्चों के लिए पीडियाट्रिक्स विभाग खोले जाएंगे। पावटा अस्पताल में बैड बढ़ाकर 300 किए जाएंगे। एसएमएस कॉलेज में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग, न्यूरोलॉजी विभाग, आन्कोलॉजी विभाग खोले जाएंगे। हार्ट लंग व टर्मरिक सुविधाओं का विस्तार भी किया जाएगा। जोधपुर में रीजनल कैंसर सेंटर की स्थापना होगी। राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस, यूनानी व होम्योपैथी चैंबर स्थापित किए जाएंगे। जयपुर, बीकानेर, भरतपुर आदि में यूनानी व आयुर्वेद महाविद्यालय खोले जाएंगे। टैस्टिंग लैब की स्थापना की जाएगी। मेडिकल टूरिज्म सेंटर की स्थापना पीपीपी मोड पर होगी। दूरस्थ शिक्षा के लिए चिकित्सकों का विशेष पैनल बनाया जाएगा।

शुद्ध के लिए युद्ध अभियान -

गहलोत ने प्रदेशवासियों को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान निरंतर चलाने के लिए डायरेक्टरेट ऑफ फूड सेफ्टी बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं में जीवन बचाने के लिए जीवन रक्षक योजना के तहत जीवन बचाने वाले भले व्यक्ति को 5000 रुपए व प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। राज्य के राजमार्ग व मुख्य सडक़ों पर ओवरस्पीड व ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए योजना बनाएंगे। 40 सीएचसी को प्राइमरी ट्रोमा सेंटर में क्रमोन्नत किया जाएगा।

आवासीय स्कूलों में इंटरनेट कनेक्शन -

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में डिजिटल शिक्षा के तहत समस्त सरकारी स्कूलों में स्मार्ट टीवी व सेटटॉप बॉक्स की सुविधा दी जाएगी। आवासीय स्कूलों में इंटरनेट कनेक्शन, फ्री वाईफाई उपलब्ध कराई जाएगी। पांच हजार की आबादी वाले गांवों में 1200 महात्मा गांधी राजकीय स्कूल खुलेंगे। 600 स्कूलों में कृषि संकाय खुलेंगे। 3500 से अधिक क्लासरूम, लैब, लाइब्रेरी आदि बनाए जाएंगे। 37400 आंगनवाड़ी केंद्रों, अंग्रेजी स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध कराए जाएंगे। 50 सरकारी स्कूल खुलेंगे व 100 स्कूल क्रमोन्नत होंगे।

 शांति व अहिंसा निदेशालय -

गहलोत ने कहा कि राज्य में शांति अहिंसा प्रकोष्ठ को शांति व अहिंसा निदेशालय में बदला जाएगा। सभी संभागों में विशेष योग्यजन आवासीय स्कूल खुलेंगे। जोधपुर व जयपुर में इसी तरह के दो नए महाविद्यालय खोले जाएंगे। जोधपुर में 400 करोड़ रुपए में थिंक टैंक सेंटर खोले जाएंगे। राज्य में पीपाड़ जोधपुर, खंडेला सीकर, कुचेरा नागौर, उदयपुरवाटी, मणिया, चीखली डूंगरपुर में नए कॉलेज खुलेंगे। कई जगह कन्या कॉलेज खोले जाएंगे। नए पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले जाएंगे। भरतपुर में संस्कृत महाविद्यालय बनाया जाएगा। इंक्यूबेशन सेंटर बनााए जाएंगे।

चार विधायकों के नाम खुलेंगे स्कूल -

गहलोत ने चार दिवंगत विधायकों के क्षेत्र में उनके नाम से कन्या कॉलेज खोलने की घोषणा की। इनमें राजसमंद में किरण माहेश्वरी कन्या कॉलेज, गजेंद्र सिंह शक्तावत कन्या कॉलेज भिंडर, सुजानगढ में मास्टर भंवरलाल कन्या कॉलेज, गंगापुर में कैलाश त्रिवेदी कन्या कॉलेज खोले जाएंगे।

 

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