राजस्थान में भड़की आरक्षण की आग, इंतजार करते रहे मंत्री, वार्ता के लिए नहीं आया प्रतिनिधिमंडल

Update: 2022-06-14 08:43 GMT

भरतपुर। आरक्षण की मांग को लेकर बीते 48 घंटे से जयपुर-आगरा हाईवे पर सैनी समाज के लोग आंदोलन कर रहे हैं। समाज के लोगों से वार्ता करने के लिए मंगलवार को मंत्री विश्वेंद्र सिंह पहुंचे, लेकिन समाज का प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए नहीं आया। जयपुर-आगरा हाईवे पर आंदोलन कर रहे सैनी समाज के प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार सुबह मंत्री विश्वेंद्र सिंह और संभागीय आयुक्त से वार्ता करनी थी। मंत्री विश्वेंद्र सिंह और संभागीय आयुक्त समेत अन्य अधिकारी संभागीय आयुक्त कार्यालय में सुबह 11 बजे तक प्रतिनिधिमंडल का इंतजार करते रहे, लेकिन वार्ता के लिए कोई भरतपुर नहीं पहुंचा।

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे लगता है समाज में बात करने के लिए कोई नेता ही नहीं है। यदि कोई नेता है तो वार्ता के रास्ते खुले हैं, बात करने के लिए आएं। समाज को जयपुर-आगरा हाईवे पर आंदोलन करते हुए 48 घंटे हो गए हैं, आम जनता परेशान हो रही है। सरकार ने अपनी तरफ से सारे प्रयास कर लिए हैं। पहले सैनी समाज की मांग थी कि मंत्री विश्वेंद्र सिंह अधिकृत नहीं हैं। अब राजस्थान सरकार ने मुझे और संभागीय आयुक्त को अधिकृत भी कर दिया। आज सैनी समाज का प्रतिनिधि मंडल वार्ता के लिए आने वाला था। खुद संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने लिस्ट बनाकर भेजी। सिंह ने कहा कि वार्ता के लिए सैनी समाज के सामने कैबिनेट मंत्री बैठा है, जो कि राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री को रिप्रेजेंट कर रहा है। इसके बावजूद इनका इस तरह का एटीट्यूड रहेगा, तो उसका जिम्मेदार कौन रहेगा। सिंह ने कहा कि हम अभी तक चुप बैठे हैं, लेकिन लकड़ी को ज्यादा मोड़ेंगे तो टूट जाएगी और हम वो स्टेज लाना नहीं चाहते।

विश्वेंद्र सिंह ने सैनी, कुशवाहा, शाक्य मौर्य सभी समाजों से विनम्र अपील करते हुए कहा कि आप भरतपुर आएं और पूरी मीडिया के सामने निडर होकर वार्ता करें ताकि आम आदमी को राहत मिल सके और हम आपकी बात आगे पहुंचा सकें। यदि मुरारी लाल लीडर बन रहे हैं तो बात करने आना चाहिए, दिक्कत क्या है। 45 डिग्री तापमान में वहां बुजुर्ग और महिलाएं बैठे हैं. यदि किसी को दिक्कत हो गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। 

बारह फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर फुले आरक्षण संघर्ष समिति के तत्वाधान में सूर्यवंशी, कुशवाहा, मौर्य, सैनी और माली समाज का आंदोलन मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी है। समाज के लोग दूसरे दिन भी रात भर गांव अरोदा समीप नेशनल हाईवे 21 पर जमे रहे। संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक मुरारीलाल सैनी ने बताया कि आंदोलनकारी जिला स्तर के अधिकारियों और प्रशासन से वार्ता नहीं करना चाहते हैं। सैनी ने बताया कि जब तक सरकार का जनप्रतिनिधि आंदोलन स्थल पर वार्ता करने के लिए नहीं पहुंचेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आरक्षण की मांग को लेकर चक्का जाम को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। पुलिस और प्रशासन ड्रोन कैमरे से निगरानी कर रहा है। शांति और कानून व्यवस्था के चलते अफवाहों को रोकने के लिए जिले की चार तहसीलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।

आंदोलनकारी रात भर हाईवे पर जमे रहे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात रहा। बारह फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर सैनी, माली, कुशवाह शाक्य और मौर्य समाज के हजारों लोग हाथों में लाठियां लेकर नेशनल हाईवे 21 पर जमे हुए हैं।

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