सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड प्रकरणः हत्या के विरोध में चल रहा धरना-प्रदर्शन समाप्त
गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने जयपुर के मानसरोवर स्थित मेट्रो मास हॉस्पिटल के सामने चल रहे धरने को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने 72 घंटे के अंदर आरोपितों की गिरफ्तारी का लिखित आश्वासन दिया है। साथ ही श्याम नगर थानाधिकारी मनीष, बीट प्रभारी और बीट कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा गुरुवार को गोगामेड़ी में सुखदेव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जयपुर । श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में चल रहा धरना बुधवार देर रात खत्म हो गया।गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने जयपुर के मानसरोवर स्थित मेट्रो मास हॉस्पिटल के सामने चल रहे धरने को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने 72 घंटे के अंदर आरोपितों की गिरफ्तारी का लिखित आश्वासन दिया है। साथ ही श्याम नगर थानाधिकारी मनीष, बीट प्रभारी और बीट कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा गुरुवार को गोगामेड़ी में सुखदेव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इससे पहले रात करीब आठ बजे सुखदेव सिंह की पत्नी ने मांगें पूरी नहीं होने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया था। इसके ठीक दो घंटे बाद शीला दुबारा धरनास्थल पर आईं और पुलिस प्रशासन की ओर से दिए गए लेटर समर्थकों के सामने पढ़ा। इसके बाद धरना खत्म करने की घोषणा की। गुरुवार सुबह 7 बजे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के शव को राजपूत सभा भवन में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद दोपहर 12 से 01 बजे के बीच गांव गोगामेड़ी में शव यात्रा निकाली जाएगी।
गौरतलब है कि श्याम नगर थाना इलाके में मंगलवार को दो बदमाशों ने सुखदेव सिंह की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद इन्हें मानसरोवर स्थित मेट्रो मास हॉस्पिटल लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इसके बाद से ही उनके समर्थक आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे।
इन मांगों पर बनी सहमति
-हत्या के दोषी हत्यारे (शूटर) को स्थानीय पुलिस द्वारा बिना विलम्ब गिरफ्तार किया जाएगा। आपराधिक साजिश में शामिल गैंगस्टर लॉरेन्स विश्नोई, रोहित गोदारा एवं अन्य जो भी शामिल हो उनके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए अनुसंधान पत्रावली में उल्लेख किया जाएगा।
प्रकरण का अनुसंधान एनआईए एजेंसी द्वारा करने की अनुशंसा की जाएगी।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को लगातार मिल रही धमकियों के बाद भी उनको पुलिस सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराने के संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका सामने लाने के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराके जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई किया जाएगा।
बाद में अनुसंधान प्रकरण का ट्रायल फास्ट ट्रेक कोर्ट (विशेष न्यायालय एनआईए प्रकरण) से करवाया जाएगा। घटना घटित होने के पूर्व व पश्चात लापरवाही बरतने के संबंध में विभागीय जांच की जाएगी। इस विभागीय जांच के दौरान थानाधिकारी और बीट में पद स्थापित कार्मिको को पुलिस लाइन जयपुर में स्थानान्तरण किया जाएगा।
-सुखदेव सिंह के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए व सरकारी नौकरी दिलवाए जाने के लिए राज्य सरकार को अनुशंषा की जाएगी। घटना में घायल अजीत सिंह के परिजनों को भी आर्थिक सहायता दिलाने के लिए राज्य सरकार को अनुशंसा की जाएगी। -सुखदेव सिंह के परिवार के सदस्यों को जयपुर में पुलिस आयुक्तलाय जयपुर द्वारा और हनुमानगढ़ जिले में जिला पुलिस हनुमानगढ़ द्वारा हाई सिक्योरिटी प्रदान की जाएगी।
सुखदेव सिंह के जयपुर निवासरत परिवार के सदस्यों को शस्त्र अनुज्ञा पत्र जयपुर आयुक्तालय द्वारा आवेदन पत्र प्राप्त होने से 10 दिन में स्वीकृत किया जाएगा। जिला हनुमानगढ़ के निवासरत परिवारजन को शस्त्र अनुज्ञा पत्र के विचाराधीन आवेदनों पर दस दिन में अनुज्ञा पत्र स्वीकृति के लिए जिला मजिस्ट्रेट हनुमानगढ़ को निर्देश देने के लिए प्रमुख शासन सचिव गृह राजस्थान सरकार को सूचित किया जाएगा। इस प्रकरण के सभी गवाहों को जयपुर आयुक्तालय या संबंधित जिले से सुरक्षा उपलब्ध की जाएगी।
चर्चा के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि जिस आपराधिक गैंग द्वारा सुखदेव सिंह की हत्या की गई है। इसी गैंग के निशाने पर राजपूत समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्ति है जिनके खतरे का सात दिन में आंकलन कर उन्हें समुचित सुरक्षा उपलब्ध करवाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। राजपूत समाज के जिन प्रतिष्ठित व्यक्तियों की सुरक्षा को गंभीर खता है उनकी सूची अलग से प्रेषित कर दी गई है।