Ajay Yadav Resigns: हरियाणा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नेता अजय यादव ने छोड़ी पार्टी, बोले - आलाकमान से निराश...

Update: 2024-10-17 13:54 GMT

Ajay Yadav Resigns from Congress

Captain Ajay Yadav Resigns Congress : हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने इसकी पुष्टि सोशल मीडिया पोस्ट पर की है। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी को एआईसीसी ओबीसी विभाग के अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र भेज दिया है। 

सोशल मीडिया पर किया पोस्ट 

कैप्टन अजय सिंह यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, इस्तीफा देने का यह निर्णय वास्तव में कठिन निर्णय था जिनके साथ मेरे परिवार का 70 वर्षों का जुड़ाव था क्योंकि मेरे पिता स्वर्गीय राव अभय सिंह 1952 में विधायक बने थे और उसके बाद मैंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा लेकिन सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद मेरे साथ खराब व्यवहार करने के लिए पार्टी आलाकमान से निराश हूं। इस पोस्ट में उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और सोनिया गांधी को भी टैग किया है।

लोकसभा चुनाव में नहीं मिली टिकट

कैप्टन अजय यादव 2024 के लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम से अपनी किस्मत आजमाना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके लिए उन्होंने काफी प्रयास किए, लेकिन अंततः पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सिफारिश पर पार्टी ने अभिनेता से राजनेता बने राज बब्बर को टिकट दिया और वो चुनाव में हार गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में कैप्टन अजय यादव को गुरुग्राम सीट पर सव इंद्रजीत सिंह ने लगभग पौने चार लाख वोटों के अंतर से हराया था। इसी वजह से पार्टी नेतृत्व ने उन्हें इस बार चुनाव में शामिल नहीं किया।

गौरतलब है कि, अजय यादव रेवाड़ी सीट से छह बार विधायक रहने के साथ-साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा और भजनलाल की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने 1989 में रेवाड़ी सीट से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और लगातार 2014 तक यहाँ से विधायक रहे। 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें रणधीर सिंह कापड़ीवास ने हराया था।

साल 2019 में उन्होंने अपने बेटे चिरंजीव राव को रेवाड़ी से टिकट दिलाया, जिसने उस बार जीत हासिल की थी। हालांकि इस बार चिरंजीव को हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि, चिरंजीव राव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के सुप्रीमो लालू यादव के दामाद हैं।


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