बिहार : राजनाथ सिंह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नामों पर लगेगी मुहर

Update: 2020-11-14 09:17 GMT

नई दिल्ली। बिहार में एनडीए की जीत के बाद सरकार गठन को लेकर हलचल तेज है। रविवार 15 नवंबर को पटना में एनडीए विधानमंडल दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नामों पर मुहर लगेगी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे। केंद्र सरकार में नंबर दो राजनाथ के इस बैठक में रहने को लेकर अटकलों का दौर चल रहा है। माना जा रहा है कि बैठक में कुछ अहम फैसले हो सकते हैं। चर्चा यह भी है कि इस बार बीजेपी उपमुख्यमंत्री के तौर पर नया चेहरा ला सकती है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में मौजूदगी की खबर से अटकलों का बाजार गर्म है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राजनाथ सिंह बीजेपी के तो ताकतवर नेता हैं ही, जेडीयू में भी उनकी अच्छी स्वीकार्यता है। नीतीश कुमार के साथ उनके काफी अच्छे संबंध हैं। जिस तरह का जनादेश इस बार बिहार में आया है उससे काफी राजनीतिक पेचीदगियां पैदा हो गई हैं। ऐसे में राजनाथ ही वह व्यक्ति हैं जो सबको साथ लेकर सभी फैसले सर्वसम्मति से करा सकते हैं।

राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा है कि बीजेपी इस बार सुशील मोदी की भूमिका में बदलाव करने जा रही है। सुमो को केंद्र में जिम्मेदारी दी जा सकती है। बिहार में किसी ऐसे चेहरे को उपमुख्यमंत्री का पद सौंपा जा सकता है जिसे बीजेपी 2015 में सीएम फेस के तौर पर पेश कर सके, क्योंकि माना जा रहा है कि यह नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री के तौर पर यह आखिरी कार्यकाल होगा। खुद नीतीश कह चुक हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शाम चार बजे हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में 16वीं बिहार विधानसभा को भंग करने का निर्णय लिया गया। उसके बाद मुख्यमंत्री शाम पौने पांच बजे राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान से मंत्रिपरिषद के निर्णय के आलोक में 16वीं विधानसभा को भंग करने की अनुशंसा की। साथ ही, अपने और मंत्रिपरिषद के अन्य सहयोगियों के इस्तीफे भी सौंपे। 16वीं विधानसभा को राज्यपाल द्वारा भंग किये जाने के साथ ही नई सरकार के गठन की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई। एनडीए के नेता का चुनाव करने के लिए बिहार में एनडीए के चारों घटक दल जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी के विधानमंडल दल की बैठक 15 नवंबर को होगी।

रविवार को एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक के पूर्व चारों घटक दल जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी के विधायक दलों की अपनी-अपनी बैठकें होंगी। इस बैठक में ये दल एनडीए के चुने जाने वाले नेता के नाम पर चर्चा करेंगे साथ ही उनके नेतृत्व में सरकार गठन के लिए राज्यपाल को सौंपा जाने वाला पत्र तैयार करेंगे। संयुक्त बैठक के बाद चारों दलों द्वारा राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपा जाएगा। इसके साथ ही एनडीए राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। वैधानिक प्रक्रिया के तहत राज्यपाल उसके बाद एनडीए के नेता को सरकार गठन का आमंत्रण देंगे। फिर उनकी इच्छा के मुताबिक तिथि और समय निर्धारित कर शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा।

माना जा रहा है कि नीतीश कुमार 16 नवंबर को सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राजभवन इसकी तैयारी में इस तरह जुटा है कि शार्ट नोटिस पर भी शपथ ग्रहण हो सके। विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने एनडीए घटक दलों की सीएम हाउस में हुई बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि एनडीए फैसला ले चुका है। नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता होंगे। वे ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। 

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