विकास की मुख्य धारा से जुड़ेंगे 160 से ज्यादा नक्सल प्रभावित गांव: सड़कों के निर्माण के लिए सर्वे हुआ पूरा, विभिन्न विभाग मिलकर करेंगे काम
रायपुर, स्वदेश। नक्सल समस्या से जूझ रहे बस्तर व दंतेवाड़ा जिले के 160 से ज्यादा गांव अब मुख्य मार्ग से जुड़ेंगे। यहां सड़कों का निर्माण जवानों की देखरेख में लोक निर्माण विभाग करेगा। बताया जा रहा है कि बस्तर क्षेत्र के 160 से ज्यादा नक्सल प्रभावित गांवों को जोड़ा जाएगा।
इसके लिए अधिकारियों के सर्वे का काम भी पूरा हो चुका है और जल्द ही डीपीआर भी तैयार किया जाएगा। मार्च तक इनका काम शुरू होने की संभावना है। इस संबंध में पिछले महीने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की कार्यशाला में रूपरेखा बनाई गई। अधिकारियों का कहना है कि इस योजना के तहत 500 तक आबादी वाले ऐसे गांव शामिल होंगे, जहां 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी एसटी, एससी है।
80 नई सड़कें भी
बस्तर क्षेत्र के गांवों में 80 नई सड़कें भी बनाए जाने की तैयारी है। सितंबर 2024 तक यहां 44 सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है।
पीएमजीएसवाय 2 व पीएमजीएसवाय 3 का काम हुआ पूरा
पीएमजीएसवाय 2 और पीएमजीएसवाय 3 का काम पूरा हो चुका है। योजना 2 में तो देशभर में छत्तीसगढ़ पहले स्थान पर था। छत्तीसगढ़ ने सड़कों के निर्माण में देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया था। इसके बाद ही राज्य के प्रदर्शन के आधार पर पीएमजीएसवाय 3 के लिए राज्यों का चयन हुआ। इन दोनों योजनाओं को मिलाकर करीब 7783 किमी की सड़कें बन चुकी है।
पीएमजीएसवाय 3 के तहत लगभग 50 एमएम मोटी
सड़कों का निर्माण होना है। इसके साथ ही इस योजना में 30 पुलों का भी निर्माण हुआ है। योजना 2 में लगभग 20 एमएम मोटी सड़कों का निर्माण हुआ है।
पीएम जनमन में 1045 करोड़ का काम हुआ
पीएम जनमन योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24में 398 सड़कों का निर्माण होना था। इनकी लंबाई 1463 किमी और लागत 1045 करोड़ है। यह कार्य लगभग पूरा हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पीएमजीएसवाय 4 के लिए भी दिशा निर्देश आने वाले है और इन पर भी काम शुरू होगा।