नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। मुंबई में आयोजित आपातकालीन सत्र के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया के विघटन से जुड़े केंद्र के फैसले की निंदा करते हुए इसे एक सरकारी साजिश करार दिया। साथ ही एसोसिएशन ने कहा कि चुनावी समय को देखकर सरकार ने यह फैसला किया है। आईएमए ने कहा है कि बोर्ड अॉफ गवर्नर्स का गठन किया जाना, उसे किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
एक वक्तव्य में आईएमए ने कहा है कि एमसीआई को खत्म करने के पीछे एक साजिश है, जिसके तहत नर्सिंग मेडिकल काउंसिल के लिए आधार बनाया जा रहा है। इसलिए बोर्ड अॉफ गवर्नर्स को किसी भी तरह के कार्यकारी फैसले लेने से रोकना होगा। यह सरकार इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट को समाप्त करना चाहती है। साथ ही आईएमए ने यह भी कहा है कि मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया को जारी ऱखा जाना चाहिए।
आईएमए ने कहा है कि यह चौथा मौका है जब बोर्ड अॉफ गवर्नर्स को नियुक्त किया गया है। हर बार यह सरकारी कदम असफल रहा। आईएमए ने इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट के आधार से कथित छेड़छाड़ का विरोध किया है।
इस बीच आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. रवि वांखेड़े व अन्य पदाधिकारियों ने कहा है कि एमसीआई का चुनाव तुरंत करवाया जाना चाहिए।