सांसदों के निलंबन पर बढ़ा विवाद, खड़गे ने कहा - विपक्ष संसद बाधित करने पर मजबूर
नईदिल्ली। राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केन्द्र सरकार 12 सांसदों के निलंबन को वापस लेने पर विचार ही नहीं कर रही है। ऐसे में विपक्ष अब सत्र को बाधित करने पर विवश है।
खड़गे ने सोमवार को एक बयान में कहा कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 सांसदों को केन्द्र सरकार के कहने पर निलंबित किया है। ऐसा किया जाना ठीक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नियमों की अनदेखी कर सांसदों का निलंबन हुआ है। बीते 10 दिन से सांसद धरने पर बैठे हैं और सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है।खड़गे ने आगे कहा कि सरकार विपक्ष को झुकाना चाहती है लेकिन विपक्ष झुकेगा नहीं और ना ही पीछे हटेगा। उन्होंने कहा कि अगर निलंबन वापस नहीं लिया गया तो विपक्ष सदन को बाधित करने के लिए मजबूर होगा।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा के पिछले मानसून सत्र में अमर्यादित आचरण के चलते राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 सांसदों को निलंबित कर दिया था। जिनमें कांग्रेस की फुलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रताप सिंह, सीपीएम के एलमरम करीम, सीपीआई के विनय विश्वम, टीएमसी के शांता छेत्री और डोला सेन जबकि शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई को भी राज्यसभा की कार्रवाई से पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया है।