पूर्णिमा की रात चंद्रमा के साथ नजर आएगा मंगल, इस..तकनीक से देख सकेंगे खगोलीय घटना
खगोलशास्त्रियों के अनुसार गुरुवार की शाम हमारी पृथ्वी, मंगलग्रह और सूर्य के बीच में होगी
नईदिल्ली। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए गुरुवार, 8 दिसंबर को आसमान में फिर एक रोचक खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। इस पूर्णिमा की रात को चांद का लाल ग्रह (रेडप्लेनेट) मंगल से सामना होगा। इस दौरान रातभर आकाश में चांद और मंगल साथ-साथ दिखाई देंगे।
खगोलशास्त्रियों के अनुसार गुरुवार की शाम हमारी पृथ्वी, मंगलग्रह और सूर्य के बीच में होगी। तीनों के एक सीध में आने से इस समय मंगल से हमारी दूरी दो साल की अवधि के लिये सबसे कम होगी। इस कारण मंगल की चमक भी बढ़कर माईनस 1.9 मैग्नीट्यूड हो जाएगी। यह खगोलीय घटना मार्स एट अपोजीशन कहलाती है। गुरुवार शाम लगभग 6 बजे के बाद जब मार्स क्षितिज से 7 डिग्री ऊपर आ जाएगा, तब पूर्वी आकाश में लाल ग्रह के रूप में उदित होगा और सुबह 6 बजे पश्चिम में अस्त होगा। यानी चांद और मंगल ग्रह आसमान में रातभर एक दूसरे का साथ निभाते हुए दिखेंगे।
बिना किसी यंत्र के देख सकेंगे -
बता दें कि मंगल की रेगिस्तानी दुनिया को ढ़कने वाली धूल में आयरन ऑक्साइड के कारण यह लाल है। मंगल पर रोवर्स ने जो नमूना लिया, उसके आधार पर इसमें लाल, भूरा और नारंगी रंग हैं। पास आने पर इसकी दूरी पांच करोड़ 38 लाख किमी रह सकती है तो दूर जाने पर लगभग 40 करोड़ किमी तक दूर चले जाता है। इस कारण इसके आकार में सबसे अधिक अंतर देखा जा सकता है। इसका प्रकाश पृथ्वी तक आने में 4.5 मिनट लगेंगे। इसे बिना किसी यंत्र की मदद से खाली आंखों से देखा जा सकेगा, लेकिन अगर आप टेलिस्कोप से देखेंगे तो मंगल के ध्रुवीय भाग को देखा जा सकेगा। पूर्णिमा पर होने वाली इसे देखना मत चूकिए, क्योंकि मार्स एट अपोजीशन की अगली घटना 16 जनवरी 2025 को होगी।