दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शेष 10वीं 12वीं की परीक्षा तिथियों का ऐलान कर दिया है। सीबीएसई 10वीं 12वीं की शेष परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित होंगी। इसी के साथ परीक्षा तिथियों का बेसब्री से इंतजार कर रहे लाखों छात्रों का इंतजार खत्म हो गया है। सीबीएसई ने नई परीक्षा तिथियां जेईई मेन और नीट एग्जाम के शेड्यूल को ध्यान में रखकर तय की हैं। जेईई मेन परीक्षा 18 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई तक होगी। वहीं, नीट यूजी 2020 का आयोजन 26 जुलाई 2020 को किया जाएगा।
आपको बता दें कि लॉकडाउन के चलते 10वीं 12वीं के कुल 83 विषयों की परीक्षाएं बीच में स्थगित करनी पड़ी थीं। जिसके बाद सीबीएसई ने फैसला लिया था कि इनमें से अब 29 मुख्य विषयों की ही परीक्षाएं कराई जाएंगी। ये वो पेपर हैं जो अगली क्लास में प्रमोट होने और स्नातक कोर्स में एडमिशन लेने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। बोर्ड और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा था कि लॉकडाउन खत्म होने और स्थिति सामान्य होने के बाद शेष बचे सभी 29 विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी।
अपना नाम न बताने की शर्त पर एक सरकारी अधिकारी ने कहा, 'परीक्षाएं शुरू होने से पहले हम छात्रों को 10 दिन का समय देना चाहते हैं। परीक्षाएं मई में नहीं हो सकतीं। ऐसे में परीक्षाएं जून और जुलाई में पूरी कराए जाने की योजना है। जुलाई के पहले 15 दिनों के भीतर परीक्षा खत्म हो जानी चाहिए।'
परीक्षा तिथि को लेकर एचआरडी मंत्री ने ट्वीट कर कहा- 'लंबे समय से सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाओं की तिथि का इंतजार था, आज इन परीक्षाओं की तिथि 1.07.2020 से 15.07.2020 के बीच में निश्चित कर दी गई है। मैं इस परीक्षा में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।'
सीबीएसई बोर्ड 12वीं के छात्रों की बिजनेस स्टडीज, जियोग्राफी, हिंदी इलेक्टिव, हिंदी कोर, होम साइंस, सोशियोलॉजी,कंप्यूटर साइंस (ओेल्ड), कंप्यूटर साइंस (new), इंफार्मेशन प्रैक्टिस(ओेल्ड) इंफार्मेशन प्रैक्टिस (new),इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी और बॉयोटेक्नोलॉजी विषयों की परीक्षाएं बाकी हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगों के कारण 10वीं की परीक्षा कुछ सेंटरों पर नहीं हो पाई थी। ऐसे में सिर्फ उन छात्रों के लिए 10वीं की परीक्षा होगी जो उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा के कारण परीक्षा नहीं दे पाए थे। उत्तर पूर्वी दिल्ली में 10वीं के छात्रों को अभी इन 6 विषयों हिंदी कोर ए, हिंदी कोर बी, इंग्लिश कॉमन, इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर, साइंस, सोशल साइंस की परीक्षा देनी होगी।
शेष बचे कुल 83 विषयों में से 29 मुख्य विषयों की ही परीक्षाएं ली जाएंगी। अब सवाल है कि शेष 54 विषयों का क्या होगा जिनकी परीक्षा नहीं होगी? तो उसका उत्तर यह है कि बचे हुए इन विषयों की परीक्षा में ग्रेडिंग से मूल्यांकन होगा।