पहला शव 18 तो दूसरा 23 घंटे में मिला
गुना। जिले के म्याना थानातंर्गत बीते रोज नहाने के दौरान सिंध नदी में डूबीं दो बहनंो शुक्रवार को शव के रुप में मिलीं। बड़ी बहन का शव जहां घटना के 18 घंटे बाद मिला तो छोटी बहन का शव मिलने में करीब 23 घंटे लग गए। हालंाकि इसके लिए पुलिस, प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। घटना के बाद से उन्हे खोजने का अभियान चला था। बहरहाल दोनंो बहनें के शव मिलने के बाद शुक्रवार को पहले से ही मातम में डुबे गांव में ह्द्यविदारक दृश्य बन गया। जहां परिजन संभाले नहीं संभल रहे थे तो पूरे गांव में शोक व्याप्त रहा।
नहाने के दौरान डूब गर्इं थीं बहनेंं
उल्लेखनीय है कि सेंंधुआ गंाव सिंध नदी के पास बना हुआ था। जहां अन्य महिलाअंो के साथ बीते रोज खैरू बघेल की 17 वर्षीय पुत्री बती बाई एवं 15 वर्षीय हल्की बाई बीते रोज करीब 3 बजे नहाने गर्इं थीं। इसी दौरान बड़ी बहन का पैर फिसल गया और वह गहराई में चली गई। यह देखकर छोटी बहन भी बड़ी बहन के पीछे चली गई। इसी तेज बहाव की चपेट में बहनें आ गईं और बहती चली गईं। घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीण घटनास्थल पर पहुँचे। इसी बीच मौके पर पहुंचे पुलिस, प्रशासन ने गोताखोरंो की मदद से बालिकाअंो को खोजने का अभियान शुरु किया।
सुबह मिला पहला शव
बीते रोज रात तक बचाव दल ने अपना अभियान चलाया। इस दौरान एसडीईआरएफ की टीम ने बोट की मदद से बालिकाअंो की खोज की। यह खोज देर रात तक चलती रही, किन्तू बालिकाअंो का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद अभियान बंद कर दिया गया। शुक्रवार को सुबह से फिर बालिकाअंो को खोजने का क्रम शुरु हुआ तो 18 घंटे बाद बड़ी बहन का शव मिल गया।
दूसरा शव मिलने में 5 घंटे और लगे
बड़ी बहन का शव 18 घंटे बाद सुबह 9 बजे मिलने के बाद छोटी बहन का शव मिलने में 5 घंटे और लग गए। दोनंो बहनंो के शव जैसे ही गांव में पहुंचे तो पहले ही मातम के हवाले रहा गांव में ह्दयविदारक दृश्य बन गया। एक साथ दो बहनंो की चिंताएं देखकर हरेक की आँखे नम हो गर्इं।