Health News: आंखों की रोशनी को बढ़ती उम्र में भी सुरक्षित रखने के लिए इन 5 तरीकों को अपनाएं
Health News: बदलती लाइफस्टाइल और स्क्रीन के बढ़ते इस्तेमाल से आंखों की रोशनी पर असर पड़ रहा है। यहां तक कि कम उम्र में ही बच्चों को चश्मे लगाने की जरूरत पड़ रही है।;

Health News: बदलती लाइफस्टाइल और स्क्रीन के बढ़ते इस्तेमाल से आंखों की रोशनी पर असर पड़ रहा है। यहां तक कि कम उम्र में ही बच्चों को चश्मे लगाने की जरूरत पड़ रही है। आंखों की सही देखभाल न की जाए तो भविष्य में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसी को लेकर हर साल 1 से 7 अप्रैल तक ब्लाइंडनेस वीक मनाया जाता है, जिससे लोगों को नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके। आई विशेषज्ञ डॉ. रोशन कोलाको के अनुसार, अगर सही देखभाल की जाए, तो बढ़ती उम्र में भी आंखों की रोशनी कम नहीं होती। आइए जानते हैं वे 5 आदतें जो आपकी नजर को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकती हैं।
हेल्दी डाइट अपनाएं
आंखों की सेहत के लिए विटामिन A, C, E और ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थ बेहद फायदेमंद होते हैं। गाजर, पालक, संतरा और ड्राई फ्रूट्स को डाइट में शामिल करने से मोतियाबिंद और अन्य दृष्टि संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो सकता है।
स्क्रीन से ब्रेक लें
मोबाइल, लैपटॉप और टीवी का ज्यादा इस्तेमाल आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। आंखों को आराम देने के लिए 20-20-20 नियम अपनाएं—हर 20 मिनट में, 20 फीट दूर किसी वस्तु को 20 सेकंड तक देखें।
सनग्लासेज पहनें
सरज की UV किरणें आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और मोतियाबिंद जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती हैं। इसलिए 100% UV सुरक्षा वाले सनग्लासेज पहनना जरूरी है, खासकर धूप में बाहर जाते समय।
पर्याप्त पानी पिएं
डिहाइड्रेशन के कारण आंखों में ड्राईनेस हो सकती है, जिससे जलन और थकान महसूस होती है। दिनभर में कम से कम 8 गिलास पानी पीना जरूरी है। साथ ही खीरा और तरबूज जैसे हाइड्रेटिंग फूड्स भी फायदेमंद हैं।
नियमित आंखों की जांच कराएं
ग्लूकोमा और डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसी बीमारियां शुरुआती स्टेज में लक्षण नहीं दिखातीं। इसलिए हर 1-2 साल में आंखों की जांच करवाना जरूरी है। बच्चों और बुजुर्गों को साल में एक बार आई चेकअप जरूर कराना चाहिए।