प्रधानमंत्री ने 554 रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण का शिलान्यास किया, कहा - आज का भारत बड़े सपने देखता है
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत योजना के तहत 2000 रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को देश को समर्पित किए। उन्होंने कहा आज का कार्यक्रम नये भारत की कार्यशैली का प्रतीक है। अब भारत अभूतपूर्व स्तर पर अभूतपूर्व गति से काम कर रहा है। छोटी-छोटी आकांक्षाओं से अलग होकर आज का भारत बड़े सपने देखने और उन सपनों को जल्द से जल्द साकार करने की ओर बढ़ चुका है।
उन्होंने कहा कि आज रेलवे से जुड़ी दो हजार से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। अभी तो इस सरकार के तीसरे टर्म की शुरुआत जून महीने से होने वाली है। लेकिन अभी से जिस स्केल और स्पीड से काम होना शुरू हो गया है, वो सबको हैरत में डालने वाला है।हमारा तीसरा कार्यकाल जून में शुरू होगा, फिर भी जिस गति से हमने तत्काल प्रभाव से काम शुरू किया है, वह सभी को आश्चर्यचकित कर रहा है। कुछ दिन पहले मैंने जम्मू से आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों का उद्घाटन किया था। कल राजकोट से 6 एम्स का उद्घाटन किया गया और, आज देश के 27 राज्यों के 300 से ज्यादा जिलों में 500 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का शिलान्यास किया गया है।
आज यूपी के गोमती नगर के जिस रेलवे स्टेशन का लोकार्पण हुआ है, वो वाकई कमाल का दिखता है। इसके अलावा आज 1,500 से ज्यादा रोड, ओवरब्रिज, अंडरपास जैसी परियोजनाएं भी इसमें शामिल हैं। 40 हजार करोड़ की ये परियोजनाएं एक साथ जमीन पर उतर रही हैं।ये दिखाता है कि भारत की प्रगति की रेल किस गति से आगे बढ़ रही है। मैं देश के विभिन्न राज्यों को, वहां के नागरिकों को, भाई-बहनों को और युवा साथियों को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं। क्योंकि इसके सबसे ज्यादा लाभार्थी युवा ही हैं।विकसित भारत युवाओं के सपनों का भारत है, इसलिए विकसित भारत कैसा होगा, ये तय करने का सबसे अधिक हक उन्हीं को है। मैं देश के हर नौजवान को बताना चाहता हूं कि आपका सपना ही मोदी का संकल्प है।
उन्होंने कहा की युवा इन परियोजनाओं के शीर्ष लाभार्थी होंगे। इससे उन्हें रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे। 'विकसित भारत' युवा आकांक्षाओं का भारत है। मैं युवाओं से कहना चाहता हूं कि आपकी आकांक्षाएं ही मेरा संकल्प हैं!मेरे संकल्प के साथ आपके सपने और कड़ी मेहनत ही 'विकसित भारत' की गारंटी है।किसी भी शहर में अमृत भारत स्टेशन हमें उस शहर की खासियत से दुनिया को परिचित कराने में मदद करेगा। इन स्टेशनों के निर्माण में दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की जरूरतों का ख्याल रखा गया है।बीते 10 वर्षों में हम सभी ने एक नया भारत बनते देखा है और रेलवे में परिवर्तन तो साक्षात हम अपनी आंखों से देख रहे हैं। जो कभी कल्पना में सोचते थे, आज हम अपनी आंखों से देख रहे हैं। एक दशक पहले तक अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेन की कल्पना बहुत मुश्किल थी, एक दशक पहले तक नमो भारत जैसी शानदार रेल सेवा के बारे में किसी ने कभी सोचा नहीं था।