दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में भी नस्लवाद की मौजूदगी को स्वीकार करते हुए इसके प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने नस्लीय भेदभाव के ''प्लेग को समाप्त करने की अपील की है। उन्होंने ''पुलिस की बर्बरता के कारण अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की ''हत्या के कृत्य की घटना पर हैरानी जताई। फ्लॉयड की हत्या के कारण कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच अमेरिका समेत दुनियाभर में प्रदर्शन हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने पिछले सप्ताह टाउन हॉल की बैठक में ये टिप्पणियां कीं, जो मंगलवार को जारी की गईं। इसके अलावा गुतारेस ने नस्लवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र के स्टाफ को पत्र भी लिखा।
गुतारेस ने बैठक में कहा, ''नस्लवाद हर जगह मौजूद है। यह संयुक्त राष्ट्र में भी मौजूद है... भेदभाव, उत्पीड़न और शक्तियों के दुरुपयोग के संबंध में हमारी मजबूत नीतियां हैं... लेकिन हमने नस्लभेद के विशेष प्रश्न पर संगठन में उतना ध्यान नहीं दिया है। गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र में नस्लवाद के प्रश्न पर ईमानदारी से चर्चा करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि फ्लॉयड की हत्या की बर्बर घटना को लेकर दुनियाभर के लोग स्तब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के अलावा देशों के सामने मौजूद दूसरी महत्वपूर्ण एवं बड़ी चुनौती ''नस्लवाद का प्लेग है जिसके कारण पुलिस की बर्बरता जैसे घातक कृत्य को अंजाम दिया गया और इसका अमेरिका एवं अब दुनियाभर के शहरों में व्यापक स्तर पर विरोध हो रहा है।