बीजिंग। चीन ने अरुणाचल सीमा पर अपने क्षेत्र में तीन गांंव बसाए हैं। सेटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि यह तीनों गांव त्सारी नदी के तट पर ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवादित है, यहां सशस्त्र संघर्ष भी हुए हैं। इसके अलावा सीमा से 5 किमी. दूर तवांग में नया सैन्य बुनियादी ढांचा भी खड़ा किया है। सेटेलाइट तस्वीरों के अनुसार यह स्थान बुम ला दर्रे से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर भारत, चीन और भूटान के ट्राइजंक्शन से नजदीक है। इतना ही नहीं, इन गांवों में चीन ने लोगों को भी बसा दिया है।
चीन द्वारा बसाए गये तीन गांवों में से एक त्सारी नदी के तट पर अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है। चीन ने यह गांव वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय अरुणाचल प्रदेश सीमा से 4.5 किलोमीटर दूर अपने क्षेत्र में बसाया है, जहां 100 से ज्यादा घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। यह इलाका भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवादित है, क्योंकि यह क्षेत्र पहले भारतीय सीमा में ही था। यहां केवल चीन की सिर्फ एक चौकी हुआ करती थी लेकिन आधिकारिक सरकारी नक्शे के अनुसार यह इलाका 1959 से चीन के नियंत्रण में है। चीन ने सीमा पर 1959 में असम राइफल्स पोस्ट पर कब्जा करके यह जमीन हथियाई थी। धीरे-धीरे चीन ने इस इलाके में अपना प्रभुत्व जमाने के लिए एक पूर्ण गांव बसा लिया है। फिलहाल अभी यहां अत्याधुनिक तरीके के करीब 100 घर बनाए गए हैं लेकिन आगे यहां हजारों घर बनाए जा सकते हैंं।
उपग्रहों के जरिये पृथ्वी का अवलोकन करने वाली संस्था @opsec_025 ने अपनी रिपोर्ट में 17 फरवरी, 2020 की सेटेलाइट तस्वीरों के आधार पर बताया था कि उस समय इस क्षेत्र में केवल एक ही गांव था, जिसमें 20 के आसपास लाल छतों वाले घर दिखाई देते हैं। इसके बाद जब 28 नवम्बर, 2020 की इसी क्षेत्र की दूसरी तस्वीर सेटेलाइट से ली गई तो इसमें 50 से अधिक घरों के साथ-साथ तीन नए एन्क्लेव भी दिखाई दे रहे हैं, जो एक दूसरे से एक किलोमीटर की दूरी पर बने हुए हैं। इनको जोड़ने के लिए सभी मौसम में खुली रहने वाली सड़क का भी निर्माण किया गया है। इसके अलावा सीमा से 5 किमी. दूर तवांग में नया सैन्य बुनियादी ढांचा भी खड़ा किया है।
1 नवम्बर, 2020 की ताजा सेटेलाइट तस्वीरों में त्सारी नदी के तट पर यह गांव बसा हुआ नजर आया है, जहां करीब 100 घरों का निर्माण नवम्बर में पूरा हुआ है। सेटेलाइट तस्वीरों के अनुसार यह स्थान बुम ला दर्रे से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर भारत, चीन और भूटान की सीमा के नजदीक स्थित है। इतना ही नहीं, इन गांवों में चीन ने लोगों को भी बसा दिया है।