Tahawwur Rana: मुंबई हमले का दोषी तहव्वुर राणा जल्द आयेगा भारत, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने लगाई मुहर
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी शनिवार को पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ कर दिया। भारत लंबे समय से तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था, जैसे ही ट्रंप अमेरिका के प्रधानमंत्री बने इसमें भारत को सफलता मिली। तहव्वुर राणा 2008 में हुए मुंबई आतंकवादी हमले में शामिल था।
बताते चलें सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला राणा की आखिरी याचिका के खिलाफ आया है। इसके पहले वह कई संघीय अदालतों में अपनी लड़ाई हार चुका था। राणा को फिलहाल लॉस एंजिल्स में रखा गया है और उसके प्रत्यर्पण का इंतजार किया जा रहा है। भारत हमलों में उनकी कथित भूमिका के लिए उन पर मुकदमा चलाना चाहता है।
कौन है तहव्वुर राणा?
तहव्वुर राणा ने १३ नवंबर २०२४ को निचली अदालत के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे २१ जनवरी २०२४ को खारिज कर दिया गया था। मुंबई हमला जिसे २६/११ के नाम से जाना जाता है उसकी ४०५ पेज की चार्जशीट दायर की गई जिसमें राणा को आरोपी बताया गया था। राणा हमले के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली की मदद करता था। वह आईएसआई और लश्कर - ए- तैयबा का सदस्य है।
मास्टरमाइंड डेविड हेडली का दोस्त है तहव्वुर राणा
आपको बता दें कोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकारी वकीलों ने तर्क दिया कि तहव्वुर राणा मुंबई आतंकी हमले का मास्टर माइंड डेविड हेडली के बचपन का दोस्त है। राणा को सब जानकारी थी। अमेरिकी सरकार ने कहा कि राणा इस पूरी साजिश का हिस्सा था। उसने आतंकी हमले के लिए फंडिंग देने का अपराध भी किया है।
26 नवंबर को हुआ था हमला
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 26 नवंबर 2008 को एक बड़ा हमला हुआ था जिसमें राणा सहित 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 60 घंटे से अधिक समय तक मुंबई के महत्वपूर्ण स्थानों को निशाना बनाया था। जिसमें 6 अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोगों की हत्या हुई थी।