हमास ने दो अमेरिकी बंधकों को छोड़ा, इजराइल ने गाजा के अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया
इजराइली सेना ने वेस्ट बैंक शहर रामल्ला में एक अभियान के दौरान 14 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार भी किया है
तेल अवीव। फिलिस्तीन के कुख्यात आतंकवादी संगठन हमास के इस महीने की सात तारीख को इजराइल पर हुए बर्बर आक्रमण के बाद गाजा में मिसाइलें गरज रही हैं। दोनों तरफ से रॉकेट दागे जा रहे हैं। इजराइल के आसपास सरहद पार के कुछ मुल्कों में युद्ध की लपटें उठने लगी हैं। इस बीच हमास ने कतर की मध्यस्थता के बाद शुक्रवार रात दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया। ये दोनों मां-बेटी जूडिथ (59) और नताली (17) हैं। युद्ध शुरू होने के बाद यह पहला मौका है जब किसी बंधक को छोड़ा गया है। हालांकि 200 लोग अब भी हमास के कब्जे में बताए गए हैं। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
वेस्ट बैंक में भी हिंसा शुरू हो गई है। पिछले 24 घंटे में यहां 13 फिलिस्तीनियों और एक इजराइली नागरिक की मौत हुई है। इजराइल में रूस के दूत का कहना है कि मास्को बंधकों को रिहा करने के लिए हमास के साथ बातचीत कर रहा है। बताया गया है कि इजराइली सेना ने वेस्ट बैंक शहर रामल्ला में एक अभियान के दौरान 14 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, इजराइल के साथ सीमा पर हो रही झड़पों के कारण दक्षिण लेबनान के गांवों से 4,200 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हमास ने जूडिथ और उसकी पुत्री नताली को रेडक्रॉस को सौंपा। इसके बाद रेडक्रॉस ने उन्हें इजराइल के हवाले कर दिया। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि 10 अमेरिकी अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि सभी बंधकों को तुरंत और बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए। इस बीच इजराइल ने गाजा शहर के अल-कुदस अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया है। कहा जा रहा है कि अस्पताल और आसपास के क्षेत्र में हजार से ज्यादा लोग मौजूद हैं। अस्पताल प्रशासन ने इसे खाली करने से इनकार कर दिया है।