मेहबूबा ने कश्मीर के युवाओं से की अपील, कहा- छोड़ दें बन्दूक और हिंसा का मार्ग
श्रीनगर। पीडीपी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरूआत करते हुए महबूबा ने कश्मीर के युवाओं से अपील की है कि वे बंदूक व हिंसा का रास्ता त्याग दें और अपना हक पाने के लिए वे लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पांच अगस्त को जो फैसला किया गया था, उसे वे कभी भी स्वीकार नहीं कर सकते।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जिन लोगों ने जम्मू-कश्मीर को जेल बनाकर रखा है, उन्हें यह समझना होगा कि जम्मू-कश्मीर के लोग कभी भी इस फैसले को स्वीकार नहीं करेंगे। हम अपने अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई पत्रकार इस बारे में कुछ लिखता है तो उस पर केस दर्ज कर दिया जाता है। यह पाकिस्तान नहीं है बल्कि भारत है, जिसने हमें यह हक दिया था। उन्हें यह बात समझ नहीं आती जब वह अपने देश से यह न्याय मांगती हैं तो भाजपा वालों को गुस्सा क्यों आता है।
उन्होंने कहा कि इस बार सार्क सम्मेलन भी पाकिस्तान में होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें अवश्य भाग लेंगे। क्योंकि बातचीत से ही हर समस्या का समाधान संभव है।