नूंह में दंगाइयों पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 200 अवैध झुग्गियों पर चला बुलडोजर
नूंह के एसपी वरुण सिंघला का ट्रांसफर कर दिया। वह हिंसा के दिन छुट्टी पर थे।
नूंह। हरियाणा के नूंह में हंगामे के बाद दंगाइयों पर प्रशासन की बड़ी कार्र्रवाई जारी है। तावडू इलाके में अवैध रूप से बनी 200 से ज्यादा झुग्गियों पर प्रशासन का बुलडोजर चला। बताया जा रहा है की यहां बांग्लादेशी रोहिंग्या अवैध तरीके से रह रहे थे और हिंसा में शामिल थे। यहां के कई कई युवकों का नाम एफआईआर में दर्ज है।
वहीँ बड़े स्तर पर प्रशासनिक सर्जरी की गई। नूंह के एसपी वरुण सिंघला का ट्रांसफर कर दिया। वह हिंसा के दिन छुट्टी पर थे। उन्हें अब भिवानी जिले का चार्ज दिया गया है।उनकी जगह पर नरेंद्र बिजारणिया को नूंह का जिम्मा दिया गया है। बिजारणिया पहले भिवानी के एसपी थे और साथ में एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) के ओएसडी की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे।
102 एफआईआर दर्ज
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नूंह में पुलिस लगातार तैनात है और अब तक 102 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 202 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गृहमंत्री विज ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि 80 लोगों को हिरासत में लिया गया हैं। उन्होंने कहा कि निर्दोष को सजा न मिलें और दोषी न छूटे, इस सिद्धांत पर पुलिस कार्य कर रही है। इसलिए पुख्ता सबूत इकट्ठा करके इस पर कार्रवाई की जानी है और एक भी दोषी को छोडा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पकड़े गए लोगों से कानून के अनुसार पूछताछ की जा रही है, मिल रही जानकारियों कि अनुसार कार्रवाई की जा रही हैं।
घर से पढ़ी गई जुमे की नमाज -
विज ने बताया कि मौलवियों से भी बातचीत की गई है और मौलवियों ने आह्वान किया है कि घर पर ही नमाज पढी जाए, अगर वे ऐसा करते हैं, तो बहुत ही अच्छी बात है। सोशल मीडिया के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की निगरानी व स्कैंनिग के लिए गृह विभाग के विशेष सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है, जो सोशल मीडिया को स्कैन करेगी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर उत्तेजनात्मक पोस्ट डालने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
एसआईटी का गठन -
एसआईटी गठन के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे जहां-जहां पर जरूरत पड रही है, उस अनुसार दो से तीन पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की एसआईटी बनाकर उन्हें जांच सौंपी हैं ताकि एक-एक मामले की हर एंगल से जांच हो सके। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि शांति बना कर रखें, किसी भी प्रकार की तोडफोड न करें, सोशल मीडिया पर उत्तेजनात्मक पोस्ट न डालें।