कानूनों को रद्द करने के अलावा सरकार किसी भी प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार : कृषि मंत्री
ग्वालियर। कृषि कानूनों के विरोध में पिछले सात महीनों से चल रहे आंदोलन कोई लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने स्पष्ट कर दिया की किसी भी कीमत पर कृषि कानून वापस नहीं होंगे। ये बात केंद्रीय मंत्री ने ग्वालियर में मीडिया से चर्चा के दौरान कहीं। वे ग्वालियर -चनबल संभाग के दो दिवसीय दौरे पर है।
केंद्रीय मंत्री ने ग्वालियर में एक उध्घतन कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा की ये कानून 30 साल की कृषि वैज्ञानिकों की मेहनत का फल है। देश के अधिकांश क्षेत्र, यूनियन और किसान कृषि कानूनों के समर्थन में हैं जिन लोगों को आपत्ति है, उनसे सरकार ने कई दौर की वार्ता की है। हमने किसान यूनियन के लोगों को कहा है कि कानूनों को रद्द करने के अलावा सरकार किसी भी प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
बता दें की कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसान संगठन पिछले सात महीनों से दिल्ली की सिमा पर आंदोलन कर रहें है। इस समस्या का हल निकालने सरकार और किसानों इ बीच अब तक 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका।