आत्मनिर्भर भारत अभियान : शाह बोले - पीएम मोदी की यह बात पूरे विश्व के लिए प्रेरणा
दिल्ली। कोरोना की वजह से देश के सामने आए आर्थिक संकट से निपटने के लिए मोदी सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत पैकेज' के आवंटन का आज तीसरे दिन ऐलान किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के तहत आज कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 11 प्रमुख कदमों का ऐलान किया। वित्त मंत्री की घोषणाओं पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने इसे किसानों की दी गई अभूतपूर्व सहायता बताई। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देते हुए कहा कि आज का ऐलान किसानों को सशक्त बनाकर देश को आत्मनिर्भर बनाने की उनकी दूरदर्शिता को दर्शाता है।
गृह मंत्री अमित शाह ने लगातार कई ट्वीट करके इन कदमों की प्रशंसा की और कहा कि पीएम मोदी की यह संवेदनशीलता पूरे विश्व के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण में ही भारत का कल्याण है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कृषि और पशुपालन संबंधित आधारभू ढांचा, उत्पादन, मार्केटिंग, ब्रैंडिंग आदि को लेकर विस्तृत ब्योरा पेश किया ।
गृह मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'मोदी सरकार ने लॉकडाउन में किसानों को राहत देते हुए, ₹74300 करोड़ की फसल को MSP पर खरीदा, PM KISAN से ₹18700 करोड़ उनके खाते में दिए, फसल बीमा योजना से ₹6400 करोड़ दिए। कोरोना महामारी के कारण देश में दूध की खपत 20-25% तक कम हुई, लेकिन मोदी सरकार ने 111 करोड़ लीटर अधिक दूध खरीद कर किसानों को 4100 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।'
लघु और मध्य उद्योंगों का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने लिखा, 'माइक्रो फूड एंटरप्राइजेज के लिए ₹10000 करोड़ के निर्णय के साथ अपना कर विभिन्न क्षेत्रों में आम, केसर, मिर्च व बांस जैसे छोटे-छोटे उद्यमों से जुड़े लोगों को एक अभूतपूर्व बल प्रदान करेगा। इससे न सिर्फ उनकी आय बढ़ेगी बल्कि उन्हें बेहतर बाज़ार भी उपलब्ध होगा।' उन्होंने कहा कि सरकार के कदमों से किसानों को बेहतर कीमत पर फसल बेचने के विकल्प मिलेंगे। ई-ट्रेडिंग से फसल देश के कोने-कोने तक पहुंचेगी।
सोमवार को पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत पैकेज का जिक्र किया था। इसके बाद वित्त मंत्री लगातार तीन दिनों से इसको खर्च करने की योजना बता रही हैं। पहली किस्त में MSME सेक्टर के लिए राहत का ऐलान किया गया था। दूसरे दिन वित्त मंत्री ने प्रवासी मजदूरों के लिए योजनाओं के बारे में बताया। तीसरे दिन उन्होंने किसानों के लिए आवंटित की गई राशि का ब्योरा पेश किया।