नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कोरोना योद्धाओं के सम्मान में वायुसेना एक फ्लाई पास्ट श्रीनगर से त्रिवेंद्रम और दूसरा डिब्रूगढ़ से कच्छ के बीच करेगी, जिसमें ट्रांसपोर्ट और फाइटर एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। शसस्त्र बल 3 मई को पुलिस मेमोरियल पर फूल चढ़ाएंगे। आर्मी लगभग हर जिले में कोविड अस्पतालों के पास माउंटेन बैंड परफॉर्मेंस देगी।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों की ओर से हम सभी कोविड-19 वॉरियर्स को धन्यवाद देना चाहते हैं। डॉक्टरों, नर्सों, स्वच्छता कर्मचारियों, पुलिस, होमगार्ड, डिलीवरी बॉय और मीडिया जो मुश्किल समय में आगे बढ़ने के लिए सरकार के संदेश के साथ लोगों तक पहुंच रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले हफ्ते भारत के शीर्ष सैन्य कमांडरों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि देश विरोधी को तकातों को कोविड -19 की स्थिति का फायदा उठाने नहीं दिया जाए। जब पाकिस्तान सेना जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की मदद करने के लिए नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है।
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए सशस्त्रबलों की संपूर्ण तैयारी का जायजा लेने के उद्देश्य से गुरुवार को देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे उपस्थित थे।
अधिकारियों के मुताबिक रक्षा सचिव अजय कुमार , रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के प्रमुख जी सतीश रेड्डी एवं रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे। इस बैठक में रक्षा मंत्री ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने में इन शीर्ष सैन्य अधिकारियों से उनकी तैयारियों तथा सशस्त्र बलों को सांस संबंधी इस रोग से बचाने के लिए उठाये गये कदमों के बारे में जानकारियां हासिल कीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत को अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों के डिजाइन तैयार करने, उन्हें विकसित करने एवं उनका निर्माण करने के लिए आयात पर निर्भरता कम करनी चाहिए और 'मेक इन इंडिया को आगे ले जाते हुए अपनी घरेलू क्षमताओं को मजबूत करना चाहिए।
उन्होंने भारत में मजबूत एवं आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग सुनिश्चित करने के लिए संभावित सुधारों पर चर्चा करने के लिए हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। यह उद्योग सशस्त्र बलों की लघु एवं दीर्घकालिक आवश्यकताओं को पूरा करता है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मोदी ने कोविड-19 की पृष्ठभूमि में अर्थव्यवस्था को भी मजबूत किए जाने की पहलों पर चर्चा की। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एवं अन्य मंत्री भी शामिल हुए। इस बैठक में आयुध कारखानों की कार्यप्रणाली में सुधार, खरीद प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, संसाधन आवंटन पर ध्यान केंद्रित करने और अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित करने पर चर्चा की गई।
इस दौरान अहम रक्षा प्रौद्योगिकियों में निवेश आकर्षित करने एवं निर्यात को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई। मोदी ने आत्मनिर्भरता एवं निर्यात के दोहरे उद्देश्य को पूरा करते हुए सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी से भारत को रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्रों में दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल करने पर जोर दिया।