अवनि लखेरा ने शूटिंग में किया कमाल, पैरालंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली महिला बनी
नईदिल्ली। भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा ने शुक्रवार को चल रहे टोक्यो पैरालंपिक में आर8 महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3पी एसएच1 स्पर्धा में 445.9 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। अवनि का पैरालंपिक में यह दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने 10 मीटर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। भारत का यह पैरालंपिक में12वां पदक है।
19 वर्षीय अवनि भारतीय एथलीट प्रोन राउंड के समापन के बाद छठे स्थान पर खिसक गईं थीं। 30 शॉट के बाद अवनि के 303.4 अंक हो गए। एलिमिनेशन राउंड की शुरुआत में बेहतर प्रदर्शन करते हुए अवनि पांचवें स्थान पर आ गई। इसके बाद वह अगले दो दौर के अंत में बेहतर प्रदर्शन जारी रखते हुए 149.5 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर आ गईं।अंतिम कुछ मिनटों में, अवनि ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए कांस्य पदक जीत लिया।
एक ओलंपिक में दो मेडल -
इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन की कुलपिंग झांग ने जीता जिन्होंने 457.9 का स्कोर किया जबकि जर्मनी की नतास्चा हिलट्रोप ने 457.1 अंक लेकर रजत पदक अपने नाम किया। इस पदक के साथ ही अवनि एक ही ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में दो पदक जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। भारत की तरफ से ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में सबसे ज्यादा तीन पदक जोगिंदर सिंह बेदी ने जीते हैं। बेदी ने 1984 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक खेलों में एक रजत और दो कांस्य पदक जीता था। बेदी ने गोला फेंक में रजत पदक, जबकि चक्का और भाला फेंक में कांस्य पदक जीते थे।भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा ने शुक्रवार को चल रहे टोक्यो पैरालंपिक में आर8 महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3पी एसएच1 स्पर्धा में 445.9 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। अवनि का पैरालंपिक में यह दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने 10 मीटर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। भारत का यह पैरालंपिक में12वां पदक है।
पहली महिला बनी -
इस पदक के साथ ही अवनि एक ही ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में दो पदक जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। भारत की तरफ से ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में सबसे ज्यादा तीन पदक जोगिंदर सिंह बेदी ने जीते हैं। बेदी ने 1984 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक खेलों में एक रजत और दो कांस्य पदक जीता था। बेदी ने गोला फेंक में रजत पदक, जबकि चक्का और भाला फेंक में कांस्य पदक जीते थे।