नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य की शुरुआत से पहले के दृश्य विहंगम और अभूतपूर्व हैं। राम नगरी में त्रेतायुग सा दृश्य देखने को मिल रहा है। नयाघाट राम की पैड़ी पर आज दीपोत्सव मनाया जा रहा है। यहां तकरीबन 1 लाख दीये रोशन किए गए हैं। वहीं, साकेत महाविद्यालय से हनुमानगढ़ी तक लगभग डेढ़ किमी का क्षेत्र अलग रंग में दिखाई पड़ रहा है। सड़क के दोनों किनारों के भवन पीले रंग में हैं। उन पर रामकथा के चित्र अपनी दिव्यता का एहसास करा रहे हैं। इस पूरे क्षेत्र को भगवा और लाल झंडों से पाट दिया गया है। लोग जगह-जगह सेल्फी लेकर इस पल को अपने कैमरे में कैद कर रहे हैं। हालांकि, सिक्योरिटी की वजह से जहां ज्यादातर दुकानें बंद हैं, वहीं सरकारी गाड़ियों की आवाजाही ज्यादा है। हनुमान गढ़ी में एंट्री के लिए लगाई गई बैरिकेडिंग भी हटा दी गई है।
राम मंदिर भूमि पूजन से पहले मुख्यमंत्री आवास में दीपोत्सव। सीएम योगी ने जलाए दीये।
हम आपको बता दें कि तीन दिवसीय भूमि पूजन का अनुष्ठान सोमवार से शुरू हो गया है। मुख्य पूजन 5 अगस्त यानी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निर्धारित शुभ मुहूर्त में करेंगे। यह मुहूर्त 32 सेंकेड का है, जो मध्याह 12 बजकर 44 मिनट आठ सेकेंड से लेकर 12 बजकर 44 मिनट 40 सेकेंड के बीच है। बताया गया कि षोडश वरदानुसार 15 वरद में ग्रह स्थितियों का संचरण शुभ और अनुकूलता प्रदान करने वाला है। इस बीच सोमवार से आरम्भ हुए अनुष्ठान के प्रथम दिन गो-पूजन, प्रायश्चित अनुष्ठान, सहस्त्र मोदक से गणपति हवन, पंचांग पूजन, वेदिका पूजन, सर्वतोभद्र पूजन, ब्राह्मण वरण के अलावा अथर्व शीर्ष के मंत्रों से सहस्त्र आहुतियां दी गई। इस पूजन के मुख्य आचार्य काशी के जयप्रकाश उपाध्याय थे। इसके अलावा अरुण दीक्षित व चद्रभानु शर्मा समेत काशी-कांची, अयोध्या व दिल्ली के 21 वैदिक आचार्य शामिल थे।