बागेश्वर महाराज ने विरोधियों पर बोला हमला, कहा- चादर चढ़ाना और कैंडल जलाना आस्था तो नारियल बांधना अंधविश्वास कैसे?

बागेश्वर धाम ने अपनी चमत्कारी शक्तियों पर जवाब देते हुए कहा की उनकी ताकत ध्यान विधि है जो उनके गुरु से उन्हें मिली थी

Update: 2023-01-20 09:05 GMT

भोपाल। मप्र के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री इस समय काफी चर्चा में है। शास्त्री की खासियत यह है की पर्ची लिखकर वह लोगों के मन की बात बता देते है। उनकी ख्याति बागेश्वर से निकलकर आज देश के हर कोने में पहुंच चुकी है।  यहीं कारण है की आज देश भर में उन्हें कथा पर दरबार के लिए बुलाया जा रहा है। इस प्रसिद्धि के साथ ही उनपर अंधविश्वास फैलाने के आरोप भी लग रहे है।वहीं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी विरोधियों को जवाब दे रहे हैं।  

उन्होंने दो मीडिया समूहों को दिए एक साक्षात्कार में कहा की भारत में चादर चढ़ाना और कैंडल जलाना तो आस्था है, लेकिन अर्जी का नारियल बांधना अंधविश्वास है। पता नहीं लोग इतना दोगलापन कहां से लाते हैं। बागेश्वर महाराज पर लग रहे आरोपों को उन्होंने साजिश करार दिया। उन्होंने कहा की देश में धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाली ईसाई मिशनरियां उनके पीछे पड़ी हुई है। क्योंकि वे धर्मांतरण के खिलाफ मुहीम चला रहे है। उन्होंने बताया ईसाई मिशनरियों ने करोड़ो खर्च कर 160 हिन्दू परिवारों को ईसाई बनाया था।  लेकिन उन्होंने उनकी इस साजिश पर पानी फेरते हुए घरवापसी कराई। धर्मांतरण के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से वह आदिवासी इलाकों में दरबार लगा रहे है। इसीलिए इन मिशनरियों में बौखलाहट बढ़ गई है।  

बागेश्वर धाम ने अपनी चमत्कारी शक्तियों पर जवाब देते हुए कहा की उनकी ताकत ध्यान विधि है जो उनके गुरु से उन्हें मिली थी।  उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में ध्यान विधि की बहुत पुरानी परंपरा है। उन्होंने बताया कि भक्त के करीब आते जी उन्हें उसकी समस्या का आभास हो जाता है। वे उसे कागज पर लिख लेते हैं।

टोपी वालों से कहलाएंगे राम नाम - 

उन्होंने कहा की देश भर में हिंदू संत और बाबाओं की छवि बिगाड़ने की मुहीम पर काम हो रहा है।इसी के चलते उन्हें भी निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन वे इससे नहीं डरते। वे तो टोपी वालों से भी राम नाम बुलवा कर रहेंगे। 

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