BAMS आयुर्वेद के स्टूडेंट्स के मार्च में होंगे मेन एग्जाम, इस सत्र का एकेडमिक केलेंडर जारी

Update: 2024-09-30 11:07 GMT

Academic Calendar of BAMS Ayurveda Released

Academic Calendar of BAMS Ayurveda Released : भारतीय चिकित्सा पद्दति राष्ट्रीय आयोग नई दिल्ली ( नेशनल कमीशन फॉर इण्डियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन ) ने बीएएमएस आयुर्वेद स्नातक छात्रों के लिए सत्र 2024-25 का एकेडमिक केलेंडर जारी कर दिया है। बोर्ड ऑफ आयुर्वेद NCISM के अध्यक्ष डॉ बीएस प्रसाद (Dr. BS Prasad) ने देशभर के आयुर्वेद कॉलेजों को लिखित रूप से पत्र दे दिया है।

जारी किए गए एकेडमिक केलेंडर के अनुसार, 1 नवंबर 2024 से 30 अप्रैल 2026 तक फर्स्ट प्रॉफ जिसमें 15 दिनों के इण्डक्शन प्रोग्राम के पश्चात फर्स्ट टर्म परीक्षा अप्रैल 2025 माह के तीसरे -चौथे सप्ताह से, सेकेण्ड टर्म परीक्षा अक्टूबर 2025 के तीसरे -चौथे सप्ताह से तथा मुख्य परीक्षा मार्च 2026 में होगी और 30 अप्रैल 2026 के पूर्व परिणाम जारी करना होगा।

सेकेण्ड प्रॉफ 01 मई 2026 से 30 अक्टूबर 2027 तक होगा जिसमें फर्स्ट टर्म परीक्षा अक्टूबर 2026 में , सेकेण्ड टर्म परीक्षा अप्रैल 2027 में तथा मुख्य परीक्षा सितंबर 2027 में होगी और परिणाम 31 अक्टूबर 2027 के पहले जारी करना होगा। तीसरा और अंतिम प्रॉफ 1 नवंबर 2027 से 30 अप्रैल 2029 के बीच होगा जिसमें फर्स्ट टर्म परीक्षा अप्रैल 2028 में, सेकेण्ड टर्म अक्टूबर 2028 में तथा मुख्य परीक्षा मार्च 2029 में होगी और परिणाम 30 अप्रैल 2029 के पूर्व जारी करना होगा। जिस सत्र 2024-25 की काउंसलिंग जारी है उसी के एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार इन छात्रों की इंटर्नशिप 01 मई 2029 को प्रारंभ होगी।

आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राकेश पाण्डेय ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि निजी विश्वविद्यालयों में तो परीक्षायें समय से संपन्न हो जाती हैं परंतु ज्यादातर शासकीय विश्वविद्यालयों में अनेक संस्थानों के अटैच रहने के कारण तकनीकी त्रुटिवश देरी से परीक्षायें होने से छात्रों की जहां इण्टर्नशिप में विलंब होता है वहीं पीजी परीक्षा भी प्रभावित होती है, जिसका खामियाजा छात्र भोगते हैं।

बता दें मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश, नईदिल्ली, छत्तीसगढ़ समेत देशभर के 494 आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों में इस सत्र में 35 हजार से ज्यादा बीएएमएस डिग्री कोर्स में छात्र प्रवेश लेंगे।

वर्जन

शासकीय आयुर्वेद कॉलेजों व आयुष मेडिकल यूनिवर्सिटीज को छात्रहित में समय से परीक्षायें कराना चाहिये ताकि छात्र प्रभावित न हों और आगे आने वाले पीजी परीक्षा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से छात्र वंचित न रहे.

डॉ राकेश पाण्डेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता आयुष मेडिकल एसोसिएशन

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