Bangladesh Crisis: खतरे में हिंदू, जल रहे मंदिर, बांग्लादेश हिंसा में ISI के होने का शक...
बांग्लादेश अब पाकिस्तान बनने की राह पर है, बांग्लादेश हिंसा में ISI के होने का शक।
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के हालात बहुत बुरी तरह से खराब है, जगह से जगह से हिंदूओं को प्रताड़ित करने और मंदिरों के जलाए जाने के वीडियो सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग जमकर आवाज उठा रहे हैं कि बांग्लादेश मेंं हिंदू खतरे में है।
Dear Hindus
— Kashmiri Hindu (@BattaKashmiri) August 6, 2024
Bharat is our last and only Home.
Save it before it's too late.#AllEyesOnBangladeshiHindus pic.twitter.com/ymQmntcFX3
बांग्लादेश में अशांति के बीच खुलना में इस्कॉन मंदिर में आग लगा दी गई, देवी देवताओं की मूर्तियां भी नष्ट कर दी गईं...#AllEyesonBangladesh #AllEyesonBangladeshHindus #SaveHindusinBangladesh #HindusUnderAttack #BangladeshCrisis #BangladeshViolence #viralvideo #swadeshnews pic.twitter.com/I88hgI9YeM
— Swadesh स्वदेश (@DainikSwadesh) August 6, 2024
सोशल मीडिया पर वायरल होते वीडियो और खबरें इस बात कि और इशारा करते हैं कि बांग्लादेश हिंसा के पीछे किसी बड़ी शक्ति का हाथ है।
वहीं शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कहा है कि मेरी मां का अब बांग्लादेश से रिश्ता खत्म हो चुका है, मेरी मां ने बांग्लादेश में सबसे बेहतर सरकार चलाई, बांग्लादेश अब पाकिस्तान बनने की राह पर है।
बांग्लादेश हिंसा में ISI के होने का शक
खबरों के अनुसार बांग्लादेश हिंसा के पीछे ISI का हाथ है, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई बांग्लादेश में तनाव पैदा करने के लिए छात्रों का इस्तेमाल कर रही है, क्योंकि वह शेख हसीना को हटाकर भारत विरोधी सरकार स्थापित करना चाहती है।
“आईएसआई के स्लीपर सेल ढाका में पूर्णकालिक रूप से काम कर रहे हैं। आईएसआई ढाका में संकट को बढ़ाने के लिए जमात और उनकी छात्र इकाई छात्र शिविर का इस्तेमाल कर रही है। जमात को पाकिस्तान के बहुत करीब माना जाता है और समय-समय पर उन्हें फंडिंग भी दी जाती थी। उन्हें ढाका में पाकिस्तान मिशन से नियमित रूप से ब्रीफिंग और निर्देश मिलते रहते हैं।"
सूत्रों के अनुसार, आईएसआई को लगता है कि अवामी लीग सरकार को भारत का समर्थन प्राप्त है और वह क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने के लिए इसे हटाना चाहती है। उनका दावा है कि इससे पाकिस्तान को विभिन्न गतिविधियों के लिए भारत में कई प्रवेश द्वार मिल जाएंगे।
आईएसआई का कथित लक्ष्य बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) को सत्ता में लाना है, जिसे पाकिस्तान समर्थक माना जाता है। सूत्रों का कहना है कि आईएसआई कश्मीर में इस्तेमाल की गई इसी तरह की रणनीति अपना रही है, जहां वह वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए अशांति, हिंसा और आतंकवाद को भड़काती है।