भाजपा को तगड़ा झटका : पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदीश शेट्टार कांग्रेस में शामिल

अब भाजपा को लिंगायत समुदाय के नाराज होने का डर

Update: 2023-04-17 15:01 GMT

वेब डेस्क। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने भाजपा से नाराजगी के चलते विगत दिनों इस्तीफा दे दिया था। आज उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया है। भाजपा ने कर्नाटक चुनाव के मद्देनजर सभी विधानसभा प्रत्याशियों की घोषणा की थी जिसमे जगदीश शेट्टार का नाम नहीं था। इससे नाराज शेट्टार ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की आलोचना शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा की ''मैं पूरी तरह से निराश हूँ क्योकिं मैंने इस पार्टी के लिए 30 सालों से ज्यादा काम किया है।" उनके बगावती होने के आसार पहले से ही प्रदेश नेतृत्व को थे। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी की वह अब भाजपा को छोड़ अब कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं। 

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पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार का राजनीतिक जीवन एक नजर में 

  • कर्नाटक की सीट हुबली-धारवाड़ से 6 बार के विधायक साथ ही भाजपा नीत येदियुरप्पा सरकार में अलग अलग विभागों को संभाल चुके हैं।
  • लिंगायत समाज के जाने-माने नेता जगदीश शेट्टार 15 वें मुख्यमंत्री के तौर पर सन 2012 से सन 2013 तक अपनी सेवाएं दीं।
  • मई में होने वाले विधानसभा चुनाव का टिकट न मिलने पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था।
  • जब कांग्रेस नीत सिद्धारमैया की सरकार सत्ता में थी तब वह विधानसभा में विपक्षीय नेता भी रह चुके हैं।
  • विधानसभा के अध्यक्ष पद भी संभाल चुके हैं।

"हुबली-धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र से उन्हें टिकट नहीं देने से कम से कम 20 से 25 सीटों पर भाजपा के परिणामों पर असर पड़ेगा

शेटर का जन्म सन 1955 करूर गांव में हुआ था जो बागलकोट जिले के बादामी तालुक में हैं। शेट्टार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी हैं। हुबली ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से 16,000 वोटों के अंतर से जीतने पर शेट्टार विधानसभा में सन 1994 में चयनित होकर आये थे। इसी प्रकार उन्होंने सन 1999 के चुनाव में 25,0000 और सन 2004 में 26,0000 वोटों से उसी निर्वाचन क्षेत्र से दो और जीत हासिल की थी। सन 2008 से जगदीश शेट्टार हुबली-धारवाड़ मध्य निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

  • शेट्टार सन 2006 से सन 2007 तक राजस्व मंत्री और सन 2009 से सन 2012 तक ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
  • शेट्टार के पास 20 वर्षों से अधिक वकालत का अनुभव भी हैं। 

जगदीश शेट्टर जो भाजपा में लिंगायत समाज के बड़े नेताओ में से एक थे लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है तो अनुमान लगाया जा रहा है की हुबली क्षेत्र में शेट्टार और भाजपा के बीच लंबे समय से चले आ रहे सत्ता संघर्ष के कारण ऐसी परिस्थियाँ उत्पन्न हुई हैं। जैसी प्रह्लाद जोशी और कर्नाटक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के मामले में हुईं थीं।

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