नईदिल्ली। कोरोना संकट काल में ऑक्सीजन और मेडीकल सुविधाओं की कमी के कारण कई शहरों में अव्यवस्थाएं उत्पन्न हुई थी। सदन में कल ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत पर सवाल पूछा गया था। जिसके बाद से ये पूरे देश में मुद्दा बना हुआ है। इस मामले में भजपा ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा की राज्य जो डाटा भेजता है, केंद्र उसे कलेक्ट करता है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मामले में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा सदन में कल ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत पर सवाल पूछा गया था।इस पर उत्तर जो दिया , उस पर तीन चीजें ध्यान देने योग्य हैं।
- 1-केंद्र कहती है कि स्वास्थ्य राज्यों का विषय है।
- 2-केंद्र कहती है कि हम सिर्फ राज्यों के भेजे डेटा को संग्रहित करते हैं।
- 3-हमने एक गाइडलाइन जारी किया है, जिसके आधार पर राज्य अपने मौत के आंकड़ों को रिपोर्ट कर सकें।
कांग्रेस का काम भ्रम फैलाना -
उन्होंने कहा की किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर हुई मृत्यु पर कोई आंकड़ा नहीं भेजा। किसी ने ये नहीं कहा कि उनके राज्य में ऑक्सीजन की कमी को लेकर मौत हुई है।चाहे महामारी, चाहे वैक्सीन का विषय हो हर विषय में झूठ बोलना, हर विषय में भ्रम फैलाना और हर विषय में लोगों को बरगलाना, ये राहुल गांधी जी ने एक ट्विटर ट्रोल के रूप में काम करते हुए किया है।चाहे महामारी, चाहे वैक्सीन का विषय हो हर विषय में झूठ बोलना, हर विषय में भ्रम फैलाना और हर विषय में लोगों को बरगलाना, ये राहुल गांधी जी ने एक ट्विटर ट्रोल के रूप में काम करते हुए किया है।
राज्य सरकारों ने माना नहीं हुई मौत -
न्यायाधीशों के सामने महाराष्ट्र सरकार ने माना है कि किसी प्रकार से कोई मृत्यु ऑक्सीजन के कारण नहीं हुई है। छत्तीसगढ़ जहां कांग्रेस की सरकार है वो खुद कह रही है कि हमारे राज्य में एक भी मृत्यु ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है।महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सरकार ने माना है कि किसी की भी मृत्यु ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है।कांग्रेस शासित सरकारें खुद मान रहीं कि ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुईं।राहुल जी आप इस प्रकार की राजनीति क्यों कर रहे हैं?वायरस के कारण दु:ख हुआ ही है, लेकिन कांग्रेस के भ्रम के कारण लोगों को बहुत दु:ख हुआ है।चाहे महामारी या वैक्सीन का विषय हो, हर विषय में झूठ बोलना, भ्रम फैलाना और लोगों को बरगलाना। ये राहुल गांधी जी ने एक ट्विटर ट्रोल के रूप में काम करते हुए किया है।