कनाडाई संसद ने निज्जर को दी श्रद्धांजलि जवाब में भारत की संसद ने AI 182 ‘Kanishka' पीड़ितों की याद में रखा मौन

राज्यसभा में AI 182 ‘Kanishka' पीड़ितों की याद में रखा गया मौन : सभापति ने हमले को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का सबसे काला दिन बताया।

Update: 2024-07-01 08:54 GMT

दिल्ली। कुछ समय पहले कनाडा की संसद में खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर को श्रद्धांजलि दी गई थी अब भारत ने भी इसका जवाब दे दिया है। भारत में उच्च सदन यानी राज्यसभा में AI 182 ‘Kanishka' पीड़ितों की याद में दो मिनट का मौन रखा गया। सभापति ने AI 182 ‘Kanishka' पर हुए हमले को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का सबसे काला दिन बताया।

राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि, '23 जून 1985 एक काला दिन था। AI 182 ‘Kanishka' को आतंकवादियों द्वारा टारगेट किया गया। एयर इंडिया की इस फ्लाइट में 329 यात्री सवार थे। पीड़ितों को आज तक न्याय का इन्तजार है। यह दर्शाता है कि, आतंकवाद के प्रति जीरो टोलेरेंस होना कितना जरूरी है।'

इसके बाद संसद की राज्यसभा ने एआई 182 'कनिष्क' के पीड़ितों की याद में मौन रखा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि, "23 जून 1985 को हुए इस भयानक आतंकवादी हमले में 329 लोगों की जान चली गई थी। पीड़ितों और उनके परिवारों को कभी भी पूरी तरह से न्याय नहीं मिला। आइए हम आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की शपथ लें।"

बता दें कि, 23 जून 1985 को मॉन्ट्रियल से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान अटलांटिक महासागर के ऊपर 31 हजार फ़ीट की ऊंचाई पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। खालिस्तान समर्थित आतंकियों ने इस विमान में विस्फोटक सामग्री लगा दी थी। इस आतंकी हमले में विमार में सवार 329 लोगों की मौत हो गई थी। विमान में 268 कनाडाई नागरिक, 27 ब्रिटिश नागरिक और 24 भारतीय नागरिक थे। इस मामले की जांच अब भी जारी है पीड़ितों के परिवार को अब भी न्याय नहीं मिला है।

वहीं दूसरी ओर कनाडा में राजनीतिक हालत कुछ ऐसे हैं कि, नेता खालिस्तानी आतंकियों को समर्थन देने को मजबूर हैं। कनाडा की संसद में हरदीप सिंह निज्जर के लिए एक मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनिष्क फ्लाइट पर हुए हमले की याद दिलाई थी।

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