H9N2 bird Flu: भारत में बर्ड फ्लू ने बढ़ाई चिंता, मिला एक और मामला, जानिए वायरस से कैसे बचें

मेक्सिको एक व्यक्ति की बर्ड फ्लू के H9N2 वायरस से मौत के बाद भारत में भी इस वायरस का मामला मिला है जो बेहद चिंताजनक है।

Update: 2024-06-12 13:52 GMT

H9N2 Virus in india : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus)के बाद बर्ड फ्लू की दस्तक ने दुनिया में चिंता बढ़ा दी है वहीं पर मेक्सिको एक व्यक्ति की बर्ड फ्लू के H9N2 वायरस (H9N2 Virus) से मौत के बाद भारत में भी इस वायरस का मामला मिला है जो बेहद चिंताजनक है। पहले यह बीमारी पक्षियों - जानवरों में नजर आती थी वही अब इंसानों में दिखने के बाद डब्ल्यूएचओ ने के प्रति सतर्कता बरतने की बात कही है।

कहां मिला वायरस का दूसरा मामला

बताया जा रहा है कि, भारत में अब तक इंसानों में बर्ड फ्लू के दो ही मामले सामने आए हैं, जो डब्ल्यूएचओ के मुताबिक , पश्चिम बंगाल में एक चार साल के बच्चे को H9N2 वायरस के कारण फरवरी में बर्ड फ्लू हुआ था जिसकी स्पष्ट पुष्टि हो गई है। वायरस का असर बच्चे में होने पर उसे सांस लेने में भारी तकलीफ, पेट में दर्द और तेज बुखार के बाद आईसीयू में भर्ती कराया था जहां तीन महीने के इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।इससे पहले 2019 में भारत में पहले व्यक्ति को बर्ड फ्लू हुआ था जिसके बाद अब इंसानों में इसकी पुष्टि हुई है।

कैसे इंसानों में फैलता है बर्ड फ्लू और लक्षण

बर्ड फ्लू खतरा इंसानों में कैसे होता है और यह किस तरह से इंसान के अंगों को प्रभावित करता है। इस पर बात करें तो, बर्ड फ्लू के वायरस आमतौर पर कुक्कुट प्रजाति के पक्षियों को अपना शिकार बनाता है जिसका वैसे तो इंसानों में पहुंचना बहुत मुश्किल है लेकिन अगर संक्रमित पक्षियों के संपर्क में रहा तो यह इंसानों में भी ज्यादा फेल जाता हैं। इस वायरस के लक्षण इंसानों में इस तरह से दिखाई देते हैं। जिसमें बुखार, सांस लेने में तकलीफ, आंखों में परेशानी, पेट में मरोड़, उल्टी, लूज मोशन और डायरिया हो सकता है तो वहीं 7 दिन तक प्रभावित करता है।

इसका इलाज और बचाव 

इस वायरस का इलाज टेस्ट में पुष्टि के बाद ही शुरू होता है। इसके बाद ही लक्षण के आधार पर एंटीवायरल दवाओं से इस बीमारी का इलाज किया जाता है। इस बीमारी से बचने के लिए आपको बचाव भी रखने चाहिए जो इस प्रकार हैं।

- जहां पॉल्ट्री फॉर्म हो वहां जाए ही नहीं, अगर वहां जाना जरूरी है तो पूरी तरह से आंख, नाक, कान आदि को ढक कर जाएं, इसके लिए प्रोटेक्टिव गीयर लगाकर जाएं।

- जब भी बाहर से हाथ-पैर को अच्छी तरह से साबुन से धो लें. अगर आसपास बर्ड फ्लू का प्रकोप है तो किचन को साफ-सुथरा रखें और चिकन को अच्छी तरह पकाएं।

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