Badlapur rape case: बदलापुर रेप केस के आरोपी के एनकाउंटर की जांच करेगी CID, पुलिस ने डीटेल देने से किया मना

Update: 2024-09-24 09:00 GMT

Badlapur rape case accused encounter : बदलापुर रेप केस के आरोपी के पुलिस द्वारा हुए एन्काउंटर की जांच अब मंगलवार को CID को सौपी गई है। इस मामले में CID की टीम पुलिस से मामल की डिटेल्स लेने पहुंची तो पुलिस ने जानकारी देने से साफ़ इंकार कर दिया है। बता दें कि ठाणे क्राइम ब्रांच ने 23 सिंतबर को केस के आरोपी अक्षय शिंदे का ठाणे में एनकाउंटर कर दिया था।

ठाणे पुलिस के पीआरओ शैलेश साल्वी ने कहा, "नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था और आरोपी अक्षय अन्ना शिंदे को गिरफ्तार किया गया था...उसके खिलाफ उसकी पत्नी ने भी एक और मामला दर्ज कराया था। इसके लिए एक विशेष टीम गठित की गई थी। विशेष टीम ने अदालत से ट्रांसफर वारंट लिया और जब आरोपी को तलोजा सेंट्रल जेल लाया जा रहा था, तो उसने पुलिस पर रिवॉल्वर से फायरिंग कर दी। जांच जारी है। इस पर हम अधिक जानकारी नहीं दे सकते।

आरोपी की मां ने एनकाउंटर को बताया साजिश

आरोपी की मां ने कहा कि, हम शव नहीं लेंगे। पुलिसवालों ने हमें अक्षय का शव भी देखने नहीं दिया था। हम अस्पताल में घंटों इंतजार करते रह गए। अक्षय के खिलाफ यौन शोषण के आरोप साबित नहीं हुए थे। वह पटाखे फोड़ने से डरता था। पुलिस पर गोली कैसे चला सकता है। एनकाउंटर एक साजिश है। हम अब उसका शव नहीं लेंगे। अक्षय ने बताया था कि पुलिस वाले उसे पीटते थे। दबाव डालकर बयान भी लिखवाते थे।

ये है पूरा मामला

दरअसल, 12 अगस्त को आदर्श स्कूल में 23 साल के स्वीपर अक्षय शिंदे ने दो बच्चियों का यौन शोषण किया। इसके बाद 13 अगस्त को बच्चियां स्कूल जाने से डरने लगीं। माता-पिता ने पूछताछ की तो वजह सामने आई। घटना की जानकारी मिलने के बाद 14 अगस्त को पेरेंट्स बच्चियों को लेकर डॉक्टर के पास गए। जांच में यौन शोषण की पुष्टि हुई। इसके बाद पेरेंट्स ने सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से बदलापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पॉक्सो (POCSO) का मामला होने के बावजूद पुलिस ने उस दिन FIR नहीं की, फिर 16 अगस्त को स्थानीय लोगों के दबाव के बाद देर रात पुलिस ने केस दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने 17 अगस्त को आदर्श स्कूल के आरोपी स्वीपर अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया। गुस्साए लोगों ने 20 अगस्त को स्कूल में तोड़फोड़ की। साथ ही बदलापुर रेलवे स्टेशन ब्लॉक किया। इस मामले में पुलिस ने 300 लोगों पर FIR और 72 को हिंसा करने के आरोप में गिरफ्तार किया। महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने 21 अगस्त को राज्य में बंद का आव्हान किया। उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने इसका समर्थन किया।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने 22 अगस्त को मामले पर सुनवाई की। इसके बाद 24 सितंबर को आरोपी को तलोजा सेंट्रल जेल लाया जा रहा था, इसी दौरान आरोपी शिंदे ने पुलिस अधिकारी की रिवॉल्वर छीनकर फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में आरोपी की मौत हो गई।

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