Jabalpur Airport: CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान, बदल जाएगा जबलपुर एयरपोर्ट का नाम

Jabalpur Airport News Update: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।

Update: 2024-06-25 06:32 GMT

Jabalpur Airport News Update: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) सोमवार को जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती (Rani Durgawati) के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने सबसे पहले वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा को फूलों की माला पहनाकर उनके बलिदान को स्मरण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि जबलपुर हवाई अड्डे, जिसे वर्तमान में डुमना हवाई अड्डा कहा जाता है, का नाम बदलकर रानी दुर्गावती के नाम पर रखने के लिए जल्द ही एक प्रस्ताव लाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जबलपुर के मदन महल क्षेत्र में एक फ्लाईओवर का नाम भी रानी दुर्गावती के नाम पर रखा जाएगा।

सीएम का संबोधन

सीएम मोहन यादव ने अपने संबोधन में वीरांगना रानी दुर्गावती की बहादुरी को व्याख्या करते हुए कहा कि उन्होंने न सिर्फ अकबर की सेना को तीन बार हराया था, बल्कि उन्होंने सुशासन और जल प्रबंधन के क्षेत्र में भी कई नवाचार किए। उनके इनोवेशनों की मदद से क्षेत्र में जनोन्मुखी शासन व्यवस्था को बढ़ावा मिला। उन्होंने घोषणा की कि जबलपुर एयरपोर्ट और मदन महल के बीच स्थित फ्लाईओवर को अब वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम से जाना जाएगा। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार द्वारा गढ़ में रानी दुर्गावती के नाम पर एक स्टेडियम बनाने के लिए भारत सरकार से अनुमति प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है।

महिलाएं कहीं भी पीछे नहीं हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती और रानी अवंतीबाई लोधी ऐतिहासिक रूप से नारी शक्ति की अभिव्यक्ति रही हैं। उन्होंने कहां युद्ध हो या शासन व्यवस्था, महिलाएं कहीं भी पीछे नहीं हैं। इसी संदर्भ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जनजातीय प्रतिभा का प्रतिकार करते हुए भारतीय महिलाओं की क्षमता से देश ही नहीं, बल्कि दुनिया को अवगत कराया है। राज्य सरकार का संकल्प है कि वह कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए समर्पित है।

पांच-पांच हजार रुपये देने की घोषणा

समाधि स्थल पर मुख्यमंत्री का स्वागत बैगा आदिवासी नर्तक दल ने बैगा नाचा नृत्य से किया। आदिवासी नर्तकों ने मुख्यमंत्री को खुमरी पहनाई। डॉ. यादव भी इस मौके पर कुछ अलग अंदाज में नजर आए। उन्होंने मोहगांव, मंडला से आए इन आदिवासी नर्तकों के साथ मादल की थाप पर नृत्य किया।डॉ. यादव ने खुद पहले नगाड़े पर थाप दी। समाधि स्थल से प्रस्थान करते समय मुख्यमंत्री डॉ. यादव बैगा नर्तक दल के सदस्यों से आत्मीयता से मिले। उन्होंने दल में शामिल कलाकारों को पांच-पांच हजार रुपये देने की घोषणा भी की।

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