नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी के पूर्व सलाहकार और गांधी परिवार के करीबी रहे टॉम वडक्कन ने आज कांग्रेस को अलविदा कह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली। वडक्कन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता भी रहे हैं। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने कहा कि बालाकोट पर भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के बाद से जिस तरह कांग्रेस नेता सवाल उठा रहे थे उससे वह आहत हैं और इसलिए वह भारी मन से कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि देशप्रेम से किसी भी कीमत पर वह समझौता नहीं कर सकते।
भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने वडक्कन को प्राथमिक सदस्यता की पर्ची थमाकर पार्टी में शामिल कराया।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद टॉम वडक्कन ने कहा कि उनके पास कोई विकल्प नहीं था। पार्टी में कौन पावर सेंटर है, यह पता ही नहीं चल पा रहा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में यूज एंड थ्रो की पॉलिसी चल रही है। पार्टी पूरी तरह वंशवाद की राजनीति पर आगे बढ़ रही है ऐसे में उनके पास कांग्रेस छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नही था। वडक्कन मूलतः केरल के रहने वाले हैं। माना जा रहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव में उन्हें केरल की किसी सीट से टिकट थमा मैदान में उतार सकती है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वडक्कन के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी को औऱ मजबूती मिलेगी। (हि.स.)