कोरोना पहुंचा दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के दफ्तर तक, 13 कर्मचारी संक्रमित
दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी राजधानी दिल्ली में तेजी से पैर पसार रही है। उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय के 13 व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। मंगलवार को उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से यह जानकारी दी गई है।
इससे पहले दिल्ली सचिवालय भवन में दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के कार्यालय को कोविड-19 के मामले सामने आने के बाद संक्रमण मुक्त करने के लिए बंद कर दिया गया है। सचिवालय भवन के तीसरी मंजिल पर स्थित विभाग के दफ्तर को संक्रमण मुक्त किया जा रहा है। वहां काम करने वाले लोगों को अगले एक सप्ताह तक घरों से काम करने के लिये कहा गया है। विभाग में कार्यरत चार लोग बीते सप्ताह कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद पूरे खंड को संक्रमण मुक्त करने के लिए बंद कर दिया गया था।
वहीं, पश्चिमी दिल्ली के मोतीनगर थाने में तैनात 20 पुलिसकर्मी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि थाने में संक्रमण का पहला मामला करीब दस दिन पहले सामने आया था, जिसके बाद अन्य कर्मियों को अपने घरों में क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि थाने के एसएचओ, उनके रीडर और उनके साथ काम करने वाले एक इंस्पेक्टर, सिपाही तथा पिकेट टीम के कर्मी कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए लोगों में शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि थाने के सील नहीं किया गया है, लेकिन पूरे परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है।
दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 20,000 से अधिक मामले हो गए और मृतकों की संख्या भी बढ़कर 523 पर पहुंच गई है। अब तक 8746 लोग ठीक भी हो चुके हैं, जबकि 11,565 लोग अब भी संक्रमित हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में कहा कि संक्रमण के 20834 मामले हो चुके हैं। विभाग के मुताबिक मृतकों की संख्या 523 हो गई। इनमें 50 लोगों की मौत सात अप्रैल और 31 मई के बीच हुई, 25 मई को नौ लोगों की मौत हुई, जबकि 30 मई को 10 लोगों की मौत हुई। रविवार को सबसे ज्यादा 1295 मामले आए जिससे संक्रमितों की संख्या 19844 हो गई। इस तरह पहली बार शहर में एक ही दिन में संक्रमण के 1200 से ज्यादा मामले आए।
कुल 6238 मरीज क्वारंटाइन में हैं, जबकि 2748 लोग एलएनजेपी अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तथा एम्स, झज्जर जैसे अस्पतालों में भर्ती हैं। भर्ती किए गए कुल मरीजों में 219 आईसीयू में हैं और 42 वेंटिलेटर पर हैं। सरकार ने अब तक 2,17,537 जांच की है। दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 124 हो गई है।