अच्छी खबर : दिसम्बर के अंत या अगले साल के शुरुआत में मिल सकती है कोरोना वैक्सीन
इस महीने के अंत तक या अगले साल के शुरुआत में मिल सकती है कोरोना वैक्सीन- डॉ. रणदीप गुलेरिया
नई दिल्ली/वेब डेस्क। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने उम्मीद जताई है कि वैक्सीन इस महीने के अंत तक या फिर अगले महीने के पहले हफ्ते तक वैक्सीन का आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है। इस समय भारत में छह वैक्सीन पर काम चल रहा है। इसमें ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और भारत बायोटेक के वैक्सीन फेज-3 ट्रायल्स में हैं।
कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित
उन्होंने गुरुवार को कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन ट्रायल के अंतिम चरण में है। ट्रायल से अभी तक जो भी डेटा प्राप्त हुआ है उससे वैक्सीन के सुरक्षित होने के संकेत मिले हैं। 70,000-80,000 वॉलंटियर को वैक्सीन दिया गया है, किसी में भी कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार वैक्सीन सुरक्षित है।
साइड इफेक्ट के दावे
कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के दौरान चेन्नई के वॉलंटियर में साइड इफेक्ट के दावे के मामले में डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि चेन्न्ई का मामला घटनात्मक है, वैक्सीन से इसका संबंध नहीं है। जब वैक्सीन बड़ी संख्या में लोगों को दिया जाता है, उसमें से किसी को दूसरी बीमारी हो, उस स्थिति में वैक्सीन से उसका कोई संबंध नहीं होता।
गौरतलब है की कोरोना वैक्सीन-कोवीशील्ड के फेज-3 के क्लिनिकल ट्रायल्स के नतीजे मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आ चुके हैं। इसे भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला ने पिछले हफ्ते बयान जारी कर कहा था कि वे जल्द ही इस वैक्सीन का इमरजेंसी अप्रूवल के लिए अप्लाई करने की तैयारी कर रहे हैं।