तिरुवनंतपुरम। दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बनने वाले चक्रवात तौकते का असर केरल के कोझीकोड में दिखने लगा है। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार शनिवार को कोझीकोड में भारी बारिश शुरू हो गई है। यहां के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के चलते कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए तिरुवनंतपुरम से लेकर उत्तर में कासरगोड तक समुद्र तट के करीब रहने वाले सैकड़ों परिवारों को तट से दूर शिविरों में शिफ्ट कर दिया गया है। राज्य सरकार तटीय इलाकों पर नजर रखे हुए है। शनिवार को चक्रवात का असर दिखना शुरू हो गया। कोझीकोड में तेज बारिश और हवाओं ने कहर ढहाना शुरू कर दिया है। चक्रवात के प्रभाव से कासरगोड, कन्नूर, कोझीकोड, त्रिशूर, एर्नाकुलम और अलाप्पुझा जिलों में समुद्र के निकटवर्ती इलाके में कई घर चक्रवात के प्रभाव से आंशिक या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मौसम विभाग ने शनिवार को केरल-कर्नाटक तट के साथ-साथ उबड़-खाबड़ समुद्री परिस्थितियों के साथ-साथ 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है।
बड़े नुकसान की आशंका -
दरअसल, मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 'तौकते' नाम का चक्रवात 'अत्यंत भीषण' हो सकता है। तूफान के चलते लक्षद्वीप, केरल, तमिलनाडु व कर्नाटक में के तटीय बहुत ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा गोवा और दक्षिणी कोंकण इलाकों में भी भारी बारिश के आसार हैं। चक्रवात के प्रभाव से 150-160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो 175 किलोमीटर प्रतिघंटा की भी हो सकती हैं। पश्चिमी तट से लगे कई हिस्सों में यह तूफान खासी परेशानी का सबब बन सकता है।