अग्निपथ को लेकर रक्षामंत्री ने सेना प्रमुखों के साथ की बैठक, अहम निर्णय होने की संभावना

Update: 2022-06-19 09:02 GMT

नईदिल्ली। अग्निपथ योजना के देशव्यापी विरोध के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दूसरी बार रविवार सुबह समीक्षा बैठक की। अपने आवास पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों और डीएमए के अतिरिक्त सचिव के साथ अग्निवीर भर्ती योजना की समीक्षा की गई है। 

अग्निपथ योजना पर आज हुई समीक्षा बैठक के बाद सैन्य मामलों के विभाग (एमडीए) के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी आज दोपहर 2 बजे साउथ ब्लॉक में अग्निवीर भर्ती योजना के मुद्दे पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके अलावा तीनों सेना प्रमुखों की अलग से 2.10 बजे प्रेसवार्ता रखी गई है। इन मीडिया कॉन्फ्रेंस में योजना को लेकर कुछ बड़ा ऐलान होने की संभावना जताई जा रही है। 

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे से लौटते ही तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय में नौकरी की रिक्तियों के 10% को आरक्षित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह 10% आरक्षण भारतीय तटरक्षक बल, रक्षा असैन्य पदों और सभी 16 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में लागू किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना सैनिकों के लिए भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि योजना के तहत भर्ती होने वाले कर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अग्निवीर योजना को लेकर भ्रांतियां पैदा की जा रही हैं। इस योजना के अंतर्गत हमारी सरकार ने सबसे राय-परामर्श किया है। पूर्व सैनिकों के साथ भी चर्चा करने के बाद इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है।

वायुसेना ने जारी किए नियम - 

इस बीच अग्निपथ योजना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए वायुसेना ने आज अपनी वेबसाइट पर विस्तृत विवरण जारी कर दिया है। अग्निवीरों को साल में 30 दिन छुट्टी मिलेगी और मेडिकल लीव अलग है। इन चार सालों में ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर परिवार को 1 करोड़ रुपये परिवार को दिए जाएंगे। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने इसी गाइडलाइंस के मुताबिक 24 जून से वायु सेना में ''अग्निवीरों'' की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया है।अग्निपथ योजना के देशव्यापी विरोध के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दूसरी बार रविवार सुबह समीक्षा बैठक की। अपने आवास पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों और डीएमए के अतिरिक्त सचिव के साथ अग्निवीर भर्ती योजना की समीक्षा की गई है।

अग्निपथ योजना पर आज हुई समीक्षा बैठक के बाद सैन्य मामलों के विभाग (एमडीए) के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी आज दोपहर 2 बजे साउथ ब्लॉक में अग्निवीर भर्ती योजना के मुद्दे पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके अलावा तीनों सेना प्रमुखों की अलग से 2.10 बजे प्रेसवार्ता रखी गई है। इन मीडिया कॉन्फ्रेंस में योजना को लेकर कुछ बड़ा ऐलान होने की संभावना जताई जा रही है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे से लौटते ही तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय में नौकरी की रिक्तियों के 10% को आरक्षित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह 10% आरक्षण भारतीय तटरक्षक बल, रक्षा असैन्य पदों और सभी 16 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में लागू किया जाएगा।

रक्षा मंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना सैनिकों के लिए भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि योजना के तहत भर्ती होने वाले कर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अग्निवीर योजना को लेकर भ्रांतियां पैदा की जा रही हैं। इस योजना के अंतर्गत हमारी सरकार ने सबसे राय-परामर्श किया है। पूर्व सैनिकों के साथ भी चर्चा करने के बाद इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है।

इस बीच अग्निपथ योजना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए वायुसेना ने आज अपनी वेबसाइट पर विस्तृत विवरण जारी कर दिया है। अग्निवीरों को साल में 30 दिन छुट्टी मिलेगी और मेडिकल लीव अलग है। इन चार सालों में ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर परिवार को 1 करोड़ रुपये परिवार को दिए जाएंगे। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने इसी गाइडलाइंस के मुताबिक 24 जून से वायु सेना में ''अग्निवीरों'' की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया है।

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