नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल (सीडीएस) बिपिन रावत ने कहा है कि कोरोना महामारी ने हमें आत्मनिर्भर बनने का सबक दिया है। उन्होंने कहा कि चाहे चिकित्सा क्षेत्र से सम्बंधित दवाओं, उपकरणों की बात हो या सेनाओं की जरूरत के लिए हथियार, गोला, बारूद की बात हो। इन सभी अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अब आत्मनिर्भर होने का समय आ गया है।
सीडीएस रावत ने रविवार को कहा कि चिकित्सा अनुसंधान में शामिल वैज्ञानिक और अन्य एजेंसियां देश में नये विचारों के साथ चिकित्सा उपकरणों का उत्पादन करने के लिए आगे आई हैं। कोरोना महामारी के समय इनमें से अभी तक कई उपकरण दूसरे देशों से मंगाने पड़ रहे थे। अब भारत मेंं ही इनका निर्माण होना निश्चय ही आश्चर्यजनक और उपलब्धि की बात है। उन्होंने कहा कि इसी तरह हम रक्षा सेवाओं के लिए विदेशों से अपने हथियार, उपकरण और गोला-बारूद का आयात कर रहे हैं। मुझे लगता है कि अगर हम इस चुनौती को स्वीकार करके उद्योग के रूप में बदल दें तो अपने स्वयं के अनुसंधान के सहारे हम देश में ही अपनी जरूरत भर के गोला-बारूद आदि का निर्माण खुद शुरू कर सकते हैं।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने कहा कि आज जब हम एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में उभर रहे हैं, तो हमें दूसरों का समर्थन करना होगा। इस स्थिति में दूसरों पर निर्भर होना ठीक नहीं है बल्कि खुद पर आत्मनिर्भरता होनी चाहिए। इसीलिए 'मेक इन इंडिया' का फार्मूला महत्वपूर्ण हैं। इसी के सहारे.सुनिश्चित करना होगा कि हम जो भी हथियार प्रणाली आयात कर रहे हैं, उसे धीरे-धीरे हम 'मेक इन इंडिया' के माध्यम से स्वदेश में ही विकसित करें, तभी दूसरे देशों पर निर्भरता खत्म होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमें जो भी बजट दिया गया है, उसे व्यर्थ खर्च करने से बचना चाहिए। हमें अपनी तैयारियों में कोई बड़ी गिरावट नहीं आने देना है बल्कि हम सौंपे गये किसी भी परिचालन कार्य के लिए सक्षम हैंं।
उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि हमारे सभी लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर लिया है। सेना में कोरोना से किसी को प्रभावित नहीं होना चाहिए, अगर हो भी गए तो हम बहुत जल्द इस ऐप के जरिए उसे खोज सकेंगे। इसके साथ ही हम यह सुनिश्चित करने में सक्षम होंगे कि कोरोना का प्रसार न हो सके।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सशस्त्र बलों के रूप में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी को हम समझते हैं। जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को तीनों सेनाएं तत्पर हैं। अनुशासन और धैर्य के बल पर हम हर परेशानी पर जीत हासिल कर सकते हैं। सीडीएस रावत ने कहा कि कोरोना वायरस ने बहुत सीमित संख्या में तीनों सेनाओं को प्रभावित किया है। यह अनुशासन और धैर्य है, जिसने हमें खतरे को फैलने से रोकने में मदद की है।
उन्होंने कहा कि कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने, जरूरत के अनुसार लोगों को क्वारंटाइन में रखने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संक्रमण को लेकर बहुत सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गये हैं सभी मीटिंग, कांफ्रेंस वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हो रही हैं। बिपिन रावत ने कहा कि इस समय हमारे लिए सख्ती से अनुशासन और धैर्य को बनाए रखना बहुत जरूरी है। हम जानते हैं कि जब देश में लॉकडाउन हो और लोगों से घर में रहने को कहा जाए तब वो अपना धैर्य खो देते हैं लेकिन ये धीरज खोने का समय नहीं है। हमारी थोड़ी सतर्कता और समझ-बूझ बड़े संकट को टाल सकती है।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि कोरोना वायरस से लड़ने में हमारे देश ने अच्छा किया है और हम आगे भी अच्छा करेंगे। अपनी और अपनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर जारी होने वाले दिशानिर्देशों का भी पालन करेंगे। अनुशासन और धैर्य हमें इस बड़ी परेशानी पर जीत हासिल करने में मदद करेगा।'