दीपोत्सव 2024: अयोध्या में होगा रोशनी का ऐसा महाकुंभ, दुनिया देखेगी और फिर बनेगा नया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड!

जलेंगे सवा लाख गो दीप, प्रदेश के गो आश्रय स्थलों में होगा गो पूजन का आयोजन। सरयू के 55 घाट पर 28 लाख दीये बिछाने का काम पूरा।

Update: 2024-10-29 06:42 GMT

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में इस बार अयोध्या दीपोत्सव में डाॅ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वॉलेंटियर्स द्वारा एक-एक दीये प्रज्ज्वलित कर दीपोत्सव में पिछला रिकार्ड तोड़ने की तैयारी है।

सोमवार देर शाम तक सरयू के 55 घाट पर दीये सजाने का काम 30 हजार वॉलेंटियर्स द्वारा किया जाता रहा। वहीं आज गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की 30 सदस्यीय टीम घाटों पर पहुंचकर दीयों की गिनती करेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर विश्वविद्यायल और जिला प्रशासन सरयू घाट पर कुल 28 लाख दीपकों को सजा रहा है।

वहीं पूरे अयोध्या की बात करें तो करीब 35 लाख से अधिक दीये जलाने की संभावना है। वहीं दूसरी ओर घाटों पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त कर दी गई है। बिना आईकार्ड के वालंटियर व अन्य लोगों के प्रवेश को प्रतिबन्धित कर दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन के सहयोग से 30 अक्टूबर को सायं होने वाले दीपोत्सव के लिए पूरी ताकत लगा दी है।

जहां एक तरफ मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो गोयल ने दीपोत्सव को भव्य एवं अलौकिक बनाने के लिए भारी भरकम टीम उतार दी है, वहीं जिला प्रशासन की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग व विवि के प्राथमिक चिकित्सा स्वास्थ्य केन्द्र भी मुस्तैद हो गए हैं। कुलपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय प्राथमिक चिकित्सा स्वास्थ्य केन्द्र चिकित्साधिकारी डाॅ. दीपशिखा चैधरी अगुवाई में भी टीम का गठन कर दिया गया है। आपात स्थिति से निपटने के लिए घाटों पर पांच कंट्रोल रूम बनाये गए हैं। दूसरी ओर विवि के नगर निगम की मदद से घाटों की स्वच्छता के लिए टीमें उतार दी गई है। स्वच्छता के वाहनों द्वारा निरन्तर घाटों की साफ-सफाई कराई जा रही है।

विवि के दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव को भव्यता प्रदान करने के लिए सोमवार को तीसरे दिन सभी वालंटियर 16 गुणे 16 के प्रत्येक ब्लॉक में 256 दीये सजा रहे हैं। 25 लाख दीपों को जलाने का रिकार्ड बनाने के लिए देर शाम तक 28 लाख दीये बिछाने का कार्य अब संपन्न होने की कगार पर है। 29 अक्टूबर दिन को गिनीज वर्ल्ड रिकार्डस की टीम के कंसल्टेंट निश्चल बरोट की अगुवाई में 30 लोगों की टीम व विवि की गणना समिति के सदस्यों द्वारा 55 घाटों पर सजाये गए दीपों की गणना देर शाम तक की जायेगी। वहीं 30 अक्टूबर को 28 लाख दीयों में तेल, बाती लगाकर देर शाम प्रज्ज्वलित करने के साथ एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया जाएगा। मीडिया प्रभारी डाॅ विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि दीपोत्सव की भव्यता के लिए कुलपति ने दीपोत्सव नोडल अधिकारी को निर्देशित किया है कि समिति के संयोजकों से सामंजस्य बनाते हुए कार्यों को अंतिम रूप प्रदान किया जाए।

जलेंगे सवा लाख गो दीप, प्रदेश के गो आश्रय स्थलों में होगा गो पूजन का आयोजन..

योगी सरकार द्वारा अयोध्या में अबतक के सबसे भव्य दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी विभाग अपनी अपनी ओर से दीपोत्सव की भव्यता को बढ़ाने में बढ़-चढ़कर शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में पशुधन विभाग ने अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर डेढ़ लाख गो दीप जलाने का संकल्प लिया है। सोमवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर पशुधन मंत्री धरमपाल सिंह ने प्रतीकात्मक रूप से गो दीप और अन्य गो उत्पाद भेंट किए।

यह आयोजन प्रदेश में गोवंश के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। बता दें कि अयोध्या में योगी सरकार की ओर से 35 लाख से अधिक दीपक जलाने का संकल्प लिया गया है। इसमें से अकेले 28 लाख दीये केवल सरयू नदी के 55 घाटों पर जलाए जाएंगे, जिसे विश्व कीर्तिमान के रूप में स्थापित किया जाएगा। इन दीपों में पशुधन विभाग की ओर से डेढ़ लाख गो दीप जलाने के संकल्प को मुख्यमत्री ने सराहा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर गो संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और प्रदेश के सभी जिलों में गो आश्रय स्थलों पर गो पूजन के कार्यक्रम के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा के शुभ अवसर पर प्रदेश के गो आश्रय स्थलों में विधिवत गो पूजन आयोजित किया जाएगा। इसमें मंत्रीगण, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और गो प्रेमी शामिल होंगे और गो पूजन संपादित करेंगे। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य गोवंश के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना और उनकी देखभाल को बढ़ावा देना है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी गो आश्रय स्थलों में गोवंश के भरण-पोषण, हरे चारे की समुचित व्यवस्था और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि गोवंश का संरक्षण और संवर्धन प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। 

Tags:    

Similar News