Female Naxalite Sajanti Story: कौन थी लाखों की ईनामी महिला नक्सली, जिसने तीन राज्यों में फैलाया था अपना आतंक

Update: 2024-09-06 14:26 GMT

कौन थी लाखों की ईनामी महिला नक्सली

Female Naxalite Sajanti Story: यूं तो आपने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की कई कहानियां पढ़ी होगी लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला नक्सली के बारे में बताने जा रहे है जो एक दो नहीं बल्कि तीन राज्यों में अपना आतंक मचा रखा था। तीनों राज्य सरकारों ने इस महिला नक्सली पर 14 लाख का इनाम घोषित किया था। 14 लाख की इनामी महिला नक्सली के कई किस्से जंगल और सुरक्षा एजेंसी के कैंप लेकर मुख्यालय तक चर्चा में रहते हैं। हॉकफोर्स को इस महिला नक्सली को पकड़ने के लिए कई प्लान बनाने पड़े लेकिन हर बार पुलिस को चकमा देकर महिला नक्सली भागने में कामयाब रही। आइये जानते हैं कौन है14 लाख की इनामी महिला नक्सली....।

नक्सली महिला का कुख्यात इतिहास

महिला नक्सली साजंती मूलतः महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के कोटमी थाना क्षेत्र के कासनसुर चौकी के नैनगुड्डा गांव की निवासी है। नक्सली बनने की शुरुआत उसने साल 2011 में की थी। इसके लिए वह एक नक्सली संगठन में भर्ती हुई थी। शुरुआती वर्षों में ही उसने संगठन में अपनी भूमिका को मजबूत किया और 2016 से वह एमएमसी जोन के केबी डिवीजन के अंतर्गत खटिया मोचा दलम की एक सक्रिय सदस्य बन गई।


हार्डकोर ईनामी महिला नक्सली साजंती

हत्या जैसे कई गंभीर मामले दर्ज

साजंती का क्षेत्र कान्हा भोरमदेव डिवीजन के खटिया मोचा एरिया कमेटी में था, जहां उसने अपनी नक्सली गतिविधियों को जारी रखा। इस दौरान वह कई नक्सल गतिविधियों और अभियानों में शामिल रही, जिससे उसके नाम की दहशत धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी फ़ैल गई। नक्सली गतिविधियों में उसकी संलिप्तता ने उसे तीन राज्यों की पुलिस के लिए एक प्रमुख लक्ष्य बना दिया था। उसकी गतिविधियों के चलते मध्य प्रदेश में हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। अब जानिए कैसे गिरफ्तार हुई महिला हार्डकोर नक्सली।

महिला नक्सली को छुड़ाने के लिए फिर किया हमला

गिरफ्तार की गई मोस्ट वांटेड महिला नक्सली एसीएम साजंती की तलाशी में पुलिस को पिस्टल, मैगनीज, कुल्हाड़ी और अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि हॉकफोर्स की टीम जब महिला नक्सली साजंती को लेकर आ रही थी तब केबी(कवर्धा-बालाघाट) डिवीजन के अन्य नक्सलियों ने उसे छुड़ाने के लिए 40 राउंड फायरिंग की। हॉक फोर्स की टीम ने भी जवाबी फायरिंग की। इसके बाद नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल में भाग गए।

चिचरंगपुर के जंगल में दिखे दो संदिग्ध

बालाघाट एसपी नगेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि बैहर थाना क्षेत्र में परसाटोला के चिचरंगपुर के जंगल में केबी (कवर्धा-बालाघाट) डिवीजन के नक्सलियों का समूह मौजूद है। इसके बाद हॉक फोर्स के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को वहां सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया। सर्चिंग के दौरान टीम को दो संदिग्ध दिखाई दिए। टीम ने घेराबंदी कर हॉर्डकोर नक्सली साजंती को पकड़ लिया। हालांकि एक अन्य नक्सली भाग गया।

नक्सलियों के केबी डिवीजन में 5 जिले

नक्सलियों ने गोंदिया-राजनांदगांव-बालाघाट (जीआरबी) क्षेत्र से अलग होकर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के पांच जिलों में अपनी उपस्थिति और नेटवर्क को मजबूत करने के लिए एक नया कर्वधा-बालाघाट डिवीजन बनाया। इस नए डिवीजन में मध्यप्रदेश के मंडला, बालाघाट, डिंडौरी जिले और छत्तीसगढ़ के कवर्धा तथा मुंगेली जिले शामिल हैं। नक्सलियों का उद्देश्य इस क्षेत्र में अपने प्रभाव को बढ़ाना और स्थानीय स्तर पर अपनी गतिविधियों को विस्तार देना था। कर्वधा-बालाघाट डिवीजन के गठन के साथ नक्सली संगठनों ने इन जिलों में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया, जिससे इन क्षेत्रों में सुरक्षा और सामुदायिक स्थिरता की स्थिति प्रभावित हुई। 

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