बिहार की सड़कों पर आतंकियों जैसी गोलीबारी, 11 युवक घायल, 1 की मौत, भाजपा ने बताया जंगलराज
बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में आतंकवादी गतिविधि की तरह मंगलवार की देर शाम हुए गोलीबारी के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने बेगूसराय और पटना सहित छह जिलों में अलर्ट जारी किया है। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा है कि शूटर्स द्वारा अंधाधुंध फायरिंग के बाद बेगूसराय, पटना, समस्तीपुर, खगड़िया, नालंदा और लखीसराय जिले की सीमाओं पर नाकाबंदी की गई है। इन जिलों की पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर बाइक सवार अपराधियों की तलाश में जुटी है।
दूसरी ओर केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला। उन्होंने कहा है कि इस ताबड़तोड़ गोलीबारी की घटना के जिम्मेदार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार ने जंगलराज की परिभाषा को बदल दिया है। गिरिराज सिंह ने मारे गए इंजीनियर के परिजनों को एक करोड़ मुआवजा एवं गोलीबारी से घायल लोगों को 50-50 लाख मुआवजा देने की मांग की है।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार का दुर्भाग्य है कि राज्य के मुख्यमंत्री को बिगड़ती कानून व्यवस्था को जंगलराज कहने से डर लगता है। जंगलराज कहने पर नीतीश कुमार को उप मुख्यमंत्री सत्ता से हटा देगा। दो दिन पहले मुख्यमंत्री के नाक के नीचे पटना के थाना में घुसकर अधिकारियों का कालर पकड़कर अपराधी को छुड़ा लिया जाता है और मुख्यमंत्री कहते हैं कि यह जनता राज है जंगलराज नहीं। उनके फार्मूला में जनता राज की परिभाषा हो गया है कि अपराधी को थाना में घुसकर छुड़ा ले। जब अपराधी बेखौफ हो जाते हैं तो आज बेगूसराय में हुई घटना जैसी घटनाएं होती है। 30 किलोमीटर तक अपराधी गोली चलाते हुए चार थानों से गुजरता जाता है, बेरोकटोक गोली चलाता है और मुख्यमंत्री के शब्दों में यह जंगलराज नहीं जनता राज है। यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है, मुख्यमंत्री इस पर ध्यान दें, केवल पुलिस अधिकारियों की बैठक नहीं करें, मोबाइल बैन और चार थानों की पुलिस कहां थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपराधी के बीच लाचार हैं और जंगलराज की नई परिभाषा बता रहे हैं, वह जवाब दें कि यह कैसा जनता राज है।