Ganpati Chaturthi 2024: आज पधार रहें गणपति बप्पा, जानिए स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

भाद्रपद की गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक यानी पूरे 10 दिन तक बप्पा स्थापित होंगे। इस साल का गणेश चतुर्थी बेहद शुभ है।

Update: 2024-09-07 02:32 GMT

कहते हैं भारत त्योहारों का देश है। यहां हर रोज कोई ना कोई त्यौहार मनाया जाता है। उन सभी त्योहारों में गणेश चतुर्थी का खास महत्व है। वैसे तो वैसे तो हर शुभ कार्य में सबसे पहले गणपति बप्पा की पूजा की जाती है और हर महीने की चतुर्थी तिथि गणेश भगवान को समर्पित होती है। उन सभी में भाद्रपद माह की चतुर्थी का खास महत्व है। इस साल यह पर्व आज यानी 07 सितंबर को मनाया जा रहा है। आज के दिन देश के कोने कोने में गणपति बप्पा की स्थापना की जाएगी। ऐसे में यह जानना भी जरूरी है कि गणपति बप्पा की स्थापना कैसे और किस मुहूर्त में करें और पूजा का सही मुहूर्त और नियम क्या है...

गणेश चतुर्थी के दिन बन रहे ये शुभ योग

भाद्रपद की गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक यानी पूरे 10 दिन तक बप्पा स्थापित होंगे। इस साल का गणेश चतुर्थी बेहद शुभ है। ज्योतिषों की माने तो इस बार सुमुख नाम का संयोग बन रहा है। इस योग में भगवान गणेश की स्थापना और पूजा बेहद फलदायी होती है। भगवान गणेश का एक नाम सुमुख नाम भी है। इसके अलावा इस बार गणेश चतुर्थी पर बुधादित्य, सर्वार्थसिद्धि और पारिजात योग बन रहा है।

गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त

भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि यानी गणेश चतुर्थी की तिथि 6 सितंबर दोपहर 3:01 से शुरू हो चुकी है स्थिति का समापन आज यानी 7 सितंबर को शाम 5:37 पर होगा। ज्योतिषों की माने तो इस बार गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त आज यानी 7 सितंबर को सुबह 11 बजकर 03 मिनट से दोपहर एक बजकर 34 मिनट तक रहेगा। 

गणेश चतुर्थी की पूजन विधि 

इस दिन भर में स्नान कर ले। फिर पूजा स्थल के साफ सफाई करें। गणेश बप्पा का आसान तैयार करें। एक चौकी उसमें लाल कपड़ा बढ़ा लें। शुभ मुहूर्त देखकर गणपति बप्पा को स्थापित करें। उन्हें पंचामृत से स्नान कराएं। गणपति बप्पा को वस्त्र अर्पित करें और उनका पूरा श्रृंगार करें। उसके बाद बप्पा को भोग चढ़ाएं और गणेश पाठ करें। गणेश भगवान की आरती के साथ पूजा संपन्न करें। ध्यान रहे गणेश भगवान की पूजा दुर्वा के बिना पूरी नहीं होती ऐसे में उन्हें दुर्वा अवश्य चढ़ाएं।

गणेश चतुर्थी के दिन इन मंत्रों का करें जाप

  • ऊं श्री गणेशाय नम:
  • ॐ गं हेरम्बाय नमः
  • ॐ गं धरणीधराय नमः
  • ॐ गं महागणपतये नमः
Tags:    

Similar News