सुधर जाओ वर्ना हालात हाथ से निकल जाएंगे!

कांग्रेस की मंथन बैठक में प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने दिया आलाकमान का संदेश

Update: 2020-07-06 06:15 GMT

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सरकार पतन के बाद कांग्रेस हो रहे पलायनए 24 विधानसभा सीटों के संभावित उप चुनाव की रणनीति और उम्मीदवार चयन को लेकर मंथन किया। इस मंथन में जो खास खबर निकल कर बाहर आ रही है। उसमें कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक ने आलाकमान का वह संदेश सभी नेताओं को दिया जिसमें उप चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले पार्टी में हो रहे पलायन और बयानबाजी पर विराम लगाने की बात कही गई है। वासनिक ने साफ कहा कि आलाकमान इस बात को बर्दास्त नही करेगा कि पार्टी के अन्दर ही एक-दूसरे पर कीचड़ उछालें। वर्ना इस बार सत्ता में वापसी तो दूर यही हालात रहे, तो आने वाले समय में भी भाजपा को सत्ता से हटाना सपना बनकर रह जाएगा।

तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर आहूत मंथन बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने इस बात को लेकर नाराजगी जताई कि पार्टी के नेता अपनी ही पार्टी के दूसरे नेताओं पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। संभावित उप चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह स्थिति ठीक नही है। कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि बैठक में सबसे पहले कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सभी विधायकों से उनके प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्रों की विस्तृत रिपोर्ट ली। इसके बाद एक-एक विधानसभा क्षेत्र की परिस्थितियों पर विचार करते हुए वहां के संभावित उम्मीदवारों के पैनल तैयार करने पर सहमति बनी। बैठक में भिण्ड जिले की मेंहगांव विधानसभा सीट को लेकर नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी पर तुरंत रोक लगाने को कहा गया। साथ यह भी बताया गया कि पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाए उसको सभी एक जुट होकर आत्मसात करें। वासनिक का इशारा दिग्विजय सिंह और चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी के बीच चल रहे बयान युद्ध को लेकर था।

मंथन में इस बात के संकेत भी मिले कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में पलायन कर रहे पार्टी नेताओं की नाराजगी को दूर किया जाए। पहले से यदि इस बात पर ध्यान दिया गया होता, तो यह स्थिति पैदा ही नही होती। यह हालात पैदा करने के लिए हम सब जिम्मेदार हैं। अब भी समय है सजग हो जाओ वर्ना सत्ता में वापसी का सपना देखना तो दूर आने वाले समय में कांग्रेस सत्ता में वापसी का विचार त्याग दें।

मंथन बैठक में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ को 24 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवार चयन की जिम्मेदारी भी दी गई। जिसमें बताया गया कि कुछ चुनिन्दा नेताओं की कमेटी का गठन कर आलाकमान की सहमति से इस काम को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। सूत्र बताते हैं कि बैठक में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह समर्थकों के बीच तल्खियां देखी गई।

चौधरी राकेश की वापसी के संकेत?

सूत्रों का कहना है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी प्रभारी महासचिव को इस बात के लिए राजी करने में सफल रहे कि भिण्ड जिले की मेंहगांव विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को उम्मीदवार बनाया जाए। लेकिन उनकी कांग्रेस में वापसी का मामला पिछले एक साल से अधर में लटका है। अतः पहले उनकी कांग्रेस में वापसी का रास्ता साफ किया जाए।

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