कौन है हाथरस का भोले बाबा जिसकी सत्संग में आए थे हजारों लोग, सैकड़ों ने गंवा दी जान
हाथरस सत्संग भगदड़ कांड : हाथरस में नारायण हरी बाबा हर महीने के पहले मंगलवार को सत्संग किया करता था।
हाथरस सत्संग भगदड़ कांड : उत्तरप्रदेश। हाथरस में हुई भगदड़ में अब तक 100 से ज्यादा करीब 134 लोगों की मौत हो गई है। ये सभी 'भोले बाबा' नाम के बाबा की सत्संग में आए थे। इस बाबा का नाम नारायण हरी सरकार (Hathras Narayan Hari Baba) या सरकार विश्व हरी बताया जा रहा है। इस बाबा का न तो कोई सोशल मीडिया अकॉउंट है न ही गूगल पर अधिक जानकारी। आइए जानते हैं कौन है हाथरस का भोले बाबा?
जानकारी के अनुसार नारायण हरी सरकार उर्फ़ भोले बाबा का जन्म उत्तरप्रदेश के एटा में हुआ था। इस बाबा का असली नाम सूरज पाल बताया जा रहा है। वह आईबी (इंटेलीजेन्स ब्यूरो) का पूर्व अधिकारी था। करीब 25 - 26 साल पहले बाबा ने सरकारी नौकरी छोड़ दी और सत्संग करने लग गए। इस बाबा का भले ही कोई सोशल मीडिया अकाउंट न हो लेकिन दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तरखंड और राजस्थान में अच्छे खासे अनुयायी हैं।
हाथरस में हर मंगलवार होती थी सत्संग :
जानकारी के अनुसार, हाथरस में नारायण हरी बाबा हर महीने के पहले मंगलवार को सत्संग किया करता था। कुछ लोग बाहर से भी इस सत्संग में शामिल होने आया करते थे। सत्संग में आने वाले लोगों के लिए व्यवस्था करने का काम इस बाबा से सेवक और सेविकाएं करते थे।
भगवा पहनना पसंद नहीं :
सूत्रों के अनुसार एटा जिले में जन्मे इस बाबा ने UP पुलिस की LIU (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) में नौकरी की है। 26 साल पहले नौकरी छोड़कर बाबा बने। दूसरे बाबाओं की तरह भगवा पहनना पसंद नहीं। बाबा राम रहीम की तरह इनकी अपनी सिक्योरिटी टीम है।
50 हजार लोग पहुंचे थे सत्संग में :
2 जुलाई को हाथरस के रतीभानपुर में हुई इस सत्संग में करीं 50 हजार लोग पहुंचे थे। इस सत्संग में जितने लोगों के आने की परमिशन थी असल में उससे कई अधिक लोग यहां पहुंचे थे। जैसे ही सत्संग ख़त्म हुई भगदड़ मच गई। इस दौरान कई लोगों की मौत हो गई। जहां सत्संग हो रही थी वहां से बाहर निकलने का भी एक ही रास्ता था। इस कारण लोग एक दूसरे पर चढ़ गए और लोगों की मौत हो गई।