Kargil Vijay Diwas 2024: क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस, जानिए इस युद्ध के पूरे 84 दिन की कहानी
Kargil Vijay Diwas: 3 मई 1999 से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर शुरू हुआ कारगिल युद्ध भारतीय सेनाओं ने 26 जुलाई को जीत लिया।
Kargil Vijay Diwas 2024: 1999 में भारत और पाकिस्तानी सेना के बीच कारगिल युद्ध हुआ था। कारगिल युद्ध में भारतीय सेना की विजय का प्रतीक है। कारगिल युद्ध जम्मू-कश्मीर राज्य के कारगिल जिले में मई से जुलाई 1999 के बीच हुआ था। साल 1999 के शुरुआत में ही पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर हमारे भारतीय सीमा के अंदर घुसपैठ कर गए और कारगिल की ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया था। 84 दिन चले इस युद्ध को आज भले 25 साल हो गए हैं लेकिन सेनाओं के वीरता की कहानी आज भी याद की जाती है। आइए आपको बताते हैं इस पूरे युद्ध के बारे में...
3 में को क्षेत्रीय लोगों ने भारतीय सेना को घुसपैठियों की सूचना दी, जब पेट्रोलिंग के लिए वाहन सेवा के कुछ जवान भेजे गए तो घुसपैठियों ने पांच जवानों को शहीद कर दिया। 10 मई, 1999 को द्रास, काकसर, बटालिक सहित कई सेक्टर में करीब 800 पाकिस्तानी घुसपैठियों के घुसने की सूचना मिली। उसके बाद ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय वायुसेना ने घुसपैठियों के क्षेत्र में बमबारी करी। 27 मई को पाकिस्तानी सेना ने दो भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया। जिसमें फ्लाइट लेफ्टिनेंट के. नचिकेता को बंदी बना लिया गया और स्क्वॉड्रन लीडर अजय अहूजा शहीद हो गए।
इसके बाद देश के तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने घोषणा कर दी की कश्मीर में युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। 4 जुलाई को भारतीय सेना ने लगातार 11 घंटे लड़ाई कर टाइगर हिल्स पर तिरंगा फहराया। उसके अगले ही दिन द्रास सेक्टर पर भी हमारा कब्जा हो गया। और दो दिन बाद 7 जुलाई को बाटलिक सेक्टर में जुबर पहाड़ी पर भारतीय सेना ने फिर कब्जा जमाया लेकिन इसमें कैप्टन विक्रम बत्रा शहीद हो गए।
11 जुलाई को भारतीय सेना ने बाटलिक सेक्टर की सभी पहाड़ियों की चोटियों पर कब्जा जमाया जिसके बाद 12 जुलाई को पाकिस्तान के तात्कालिक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के सामने बातचीत की पेशकश की। 14 जुलाई को भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को देश से पूरी तरह से खदेड़ दिया और फिर 26 जुलाई को भारत ने कारगिल युद्ध को जीतने की घोषणा कर दी।