How to Become a Cricketer: अगर आप भी बनना चाहते हैं क्रिकेटर तो जान लें ये जरूरी बातें...
Career In Cricket: भारत में क्रिकेट का जुनून लोगों के सिर चढ़कर बोलता है हर गली मोहल्ले में बच्चे से लेकर बड़े चौके छक्के लगाते नजर आ ही जाते हैं। लेकिन गली मोहल्ले में खेलने क्रिकेट में अपना करियर बनाना दोनों अलग बात है।
Career In Cricket : भारत में क्रिकेट का जुनून लोगों के सिर चढ़कर बोलता है हर गली मोहल्ले में बच्चे से लेकर बड़े चौके छक्के लगाते नजर आ ही जाते हैं। लेकिन गली मोहल्ले में खेलने क्रिकेट में अपना करियर बनाना दोनों अलग बात है।
क्रिकेट देखने के साथ ही हर किसी का ख्वाब इसमें करियर बनाने के लिए होता है लेकिन अधिक जानकारी न होने के चलते कई युवक क्रिकेटर बनने का सपना पूरा नहीं कर पाते। ऐसे में आज हम आपको खास जानकारी देंगे जो क्रिकेटर बनने के लिए काफी जरूरी होती है।
जानिए क्रिकेटर बनने के लिए यह जरूरी बातें
1. अपनी क्षमताओं को पहचानें
क्रिकेटर बनने का तो हर किसी का सपना होता है लेकिन हमें अपनी क्षमताओं का ज्ञान नहीं तो लक्ष्य को पाना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए सबसे पहले खुद को एनालाइज करें कि आपके अंदर खुद कुछ कर गुजरने का जुनून है अपनी ताकत को पहचानें।
इसके बाद अपनी मेहनत और स्किल को भी देखें। यहां किसी भी खेल की तरह क्रिकेट में भी जुनून, स्किल और स्ट्रेंथ के बिना काम नहीं चल सकता इन सब का होना बहुत जरूरी होता है।
2. अच्छी क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करें
अपनी क्षमताओं और लक्ष्य को पहचानने के बाद आपका दूसरा कदम एक अच्छी क्रिकेट अकादमी ज्वाइन करने का होना चाहिए। अगर आप सेल्फ प्रैक्टिस और स्कूल में रेगुलर क्रिकेट खेलते हैं तो समय है खुद को निखारने का। जी हां क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करने से आपको जरूरी टिप्स और ट्रिक्स मिलती हैं जो काफी जरूरी हैं। इसके अलावा कोच का अनुभव भी इस करियर में नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
3. हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज करें
आपके क्रिकेट की जर्नी यानी करियर में अकादमी ज्वाइन करने के बाद तीसरा कदम आपका अपनी डाइट को लेकर होना चाहिए। इसलिए मार्गदर्शन के साथ संतुलित डाइट और एक्सरसाइज का फॉर्मूला अपनाएं। प्रोफेशनल क्रिकेटर सख्ती के साथ अपने वर्कआउट रूटीन और डाइट प्लान को फॉलो करते हैं जिस वजह से आपके फेवरेट क्रिकेटर फिट नजर आते हैं।
4. स्कूल/कॉलेज की टीम में बनें खिलाड़ी
अपने क्रिकेटर बनने के सपने को आगे बढ़ाने के लिए इसकी शुरुआत अपने स्कूल या कॉलेज से कर सकते हैं इसलिए स्कूल/कॉलेज/यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते हैं तो यहां की टीम में जरूर शामिल हों। आपको मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना भी मानती हैं कि उभरते क्रिकेटरों के लिए स्कूल या कॉलेज सबसे अच्छी जगह होते हैं. इंटर-स्कूल या इंटर-यूनिवर्सिटी लेवल पर क्रिकेट टूर्नामेंट होते हैं।
5. जिला स्तरीय क्रिकेट
यहां पर आपका अगला पड़ाव डिस्ट्रिक्ट लेवल पर क्रिकेट खेलने का होना चाहिए। इसके लिए भी आसानी से सिलेक्शन होना मुश्किल होता है। इसके लिए जिला स्तर पर ट्रायल होते हैं, ट्रायल में पास होने पर जिला स्तर पर खेलने का मौका मिलता है हालांकि जिला स्तर के प्लेइंग 11 का हिस्सा बनना भी आसान नहीं होता बहुत प्रतिस्पर्धा होती है।
6. राज्य स्तरीय क्रिकेट
जिला स्तर के टॉप खिलाड़यों में अगर आपका प्रदर्शन अच्छा रहा तो राज्य स्तर की टीम के साथ खेलने का मौका मिल सकता है। राज्य स्तर क्रिकेट से ही बोर्ड अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए खिलाड़ियों का चयन करते हैं. राज्य स्तर पर रणजी ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट होते हैं।