क्या भारत फिर बचाएगा बांग्लादेशी पीएम हसीना की जान, 2009 में सुलगा था ऐसा एक विद्रोह, जानें

बांग्लादेश में हुए 2009 के विद्रोह के पन्ने पलटे हैं जिस दौरान भारत देश ने बांग्लादेश में बचे बवाल के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना की मदद की थी।

Update: 2024-08-05 14:18 GMT

Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हालात खराब होते जा रहे है देश में विद्रोह की आग सुलग गई जहां प्रदर्शनकारियों द्वारा देश में तोड़फोड़ और दंगे किए जा रहे हैं वहीं आज देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद भारत और निकल गई है। इस विद्रोह ने बांग्लादेश में हुए 2009 के विद्रोह के पन्ने पलटे हैं जिस दौरान भारत देश ने बांग्लादेश में बचे बवाल के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना की मदद की थी उसे दौरान भारत के तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने उनकी कुर्सी बचाई थी। चलिए जानते हैं क्या है विद्रोह की बात....

क्या था मामला

बात 2009 के विद्रोह की है जहां पर साल के आखिरी में बांग्लादेश राइफल अपने वार्षिक की तीन दिवसीय समारोह यानि "बीडीआर सप्ताह" की तैयारी कर रहे थे इसमें जब उच्च रैंकिंग वाले अधिकारी और जवान आपस में मिलते थे, चर्चा करते, परेड करते और हथियारों का प्रदर्शन करते और एक बड़ी पार्टी के साथ जश्न मनाते थे। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री शेख हसीना भी थी। लेकिन घटना के एक दिन पहले जब बांग्लादेश राइफल्स के पिलखाना मुख्यालय में दरबार सजाया गया था इसमें हथियार ले जाने पर प्रतिबंध था लेकिन इसके बाद भी कई जवान हथियार लेकर आए थे इसे लेकर जब बीडीआर के महानिदेशक ने वहां मौजूद जवानों को उनकी शिकायतों के बारे में बात करना शुरू किया।

सैन्य अधिकारियों को बनाया था बंधक 

इसी दौरान अचानक एक बीडीआर सदस्य ने अपनी बंदूक उठाई और मौजूद वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों पर तान दिया. इसके तुरंत बाद बीडीआर के अन्य हथियारबंद जवान खड़े हो गए. इस दौरान और भी ज्यादा संख्या में बीडीआर के जवान हथियारों के साथ इकट्ठा दरबार हॉल में प्रवेश कर गए। इसके बाद हॉल और बैरकों में एक के बाद एक गोलियां चली जिसके निशाना बने सैन्य अधिकारी। जिसमें 70 से ज्यादा मौतें हुई।

बढ़ते विद्रोह को देखते हुए शेख हसीना ने भारत से लगाई गुहार

देश में लगातार विद्रोह बढ़ता जा रहा था जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत से गुहार लगाई उसे दौरान विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने उनको मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद भारत में अन्य देशों के साथ जिसमें शिवशंकर मेनन ने अमेरिका से लेकर ब्रिटेन, जापान और चीन तक से बात की और शेख हसीना की मदद करने की बात कही। 

 भारत ने बांग्लादेश के लिए सैन्य संसाधन किए तैयार

प्रधानमंत्री शेख हसीना की मदद के लिए भारत ने पैराशूट रेजिमेंट की 6वीं बटालियन के पैराट्रूपर्स सहित सैन्य संसाधन तैयार किए तो वहीं पर बांग्लादेश में संभावित लैंडिंग के लिए भारतीय सैनिकों को तैयार करने के आदेश जारी किए गए, जिसमें प्रमुख स्थानों पर पैराट्रूपर्स तैनात किए गए उस दौरान पीएम को सुरक्षा भारत द्वारा दी गई। इतना ही नहीं बांग्लादेश सैन्य बल को भारत की ओर से चेतावनी दी गई थी कि वे पीएम शेख हसीना को परेशान ना करें। लेकिन बिना किसी बल प्रयोग के हो गया और शेख हसीना की कुर्सी बच गई।

Tags:    

Similar News